रख भरोसा श्याम धणी का काम तेरे ये आएगा
रख भरोसा श्याम धणी का काम तेरे ये आएगा
रख भरोसा श्याम धणी का,काम तेरे ये आएगा,
मतलब का बेदर्द जमाना,
काम तेरे क्या आएगा,
दुःख के दिन में क्या घबराना,
सुख के दिन भी आयेगे,
श्याम शरण में आजा बन्दे,
भाग्य तेरे जग जाएंगे,
कल की चिंता छोड़ भजन कर,
काम तेरा पट जाएगा,
मतलब का बेदर्द जमाना,
काम तेरे क्या आएगा।
जिन्हें भरोसा जग वालो पर,
चिंता वही करते हैं,
देख भरोसा रख कर इन पर,
चिंता खुद ये हरते है,
सौंप दे पहरेदारी प्रभु को,
चैन बहुत पाएगा,
मतलब का बेदर्द जमाना,
काम तेरे क्या आएगा।
सेठो का तो सेठ सांवरा,
राजाओ का राजा है,
इनसे रोशन ये जग सारा,
इनसे गाजा बाजा है,
दास सुरेश श्याम गुण गाले,
बैठा मौज उडाये जा,
मतलब का बेदर्द जमाना,
काम तेरे क्या आएगा।
रख भरोसा श्याम धणी का,
काम तेरे ये आएगा,
मतलब का बेदर्द जमाना,
काम तेरे क्या आएगा,
Rakh Bharosha Shyam Dhani Ka - Ravi Beriwal - New Khatu Shyam Bhajan - New Ravi Beriwal Bhajan 2017
श्याम धणी का भरोसा वह अटूट विश्वास है, जो भक्त के हर कार्य को सिद्ध करता है और उसे इस मतलबी और बेदर्द जमाने की चिंताओं से मुक्त कर देता है। जब भक्त अपने सारे दुखों और चिंताओं को श्याम के चरणों में सौंप देता है, तो उसके जीवन के सारे अंधेरे सुख के उजाले में बदल जाते हैं। श्याम की शरण में आने वाला व्यक्ति न केवल अपने भाग्य को जगा लेता है, बल्कि उसे यह विश्वास भी हो जाता है कि प्रभु की कृपा से उसका हर काम समय पर पूर्ण होगा। यह संसार भले ही स्वार्थ और छल से भरा हो, पर श्याम का भरोसा वह शक्ति है, जो भक्त को हर परिस्थिति में अडिग रखती है और उसके मन को चैन और शांति से भर देती है।
"श्याम धणी" "मेरे श्याम भगवान"। यहाँ "श्याम" भगवान कृष्ण का एक अत्यंत प्रिय नाम है, जिसका अर्थ गहरे नीले या काले रंग से जुड़ा है और यह उनकी सुंदरता, आकर्षण और दिव्यता का प्रतीक है। "धणी" शब्द राजस्थानी और हिंदी लोकभाषा में स्वामी, मालिक या पालनहार के लिए प्रयोग होता है। अतः "श्याम धणी" का भावार्थ है—वह भगवान जो हमारे जीवन के स्वामी, रक्षक और पालनकर्ता हैं।
श्याम नाम का अर्थ गहरा नीला या काला होता है, और यह भगवान कृष्ण के सांवले रंग के कारण उनसे जुड़ा हुआ है। श्रीकृष्ण का रंग सांवला था, इसलिए उन्हें "श्याम" की उपाधि दी गई, जो उनके आकर्षण, सुंदरता और दिव्यता का प्रतीक है। महाभारत के समय बर्बरीक को भी श्रीकृष्ण ने वरदान दिया था कि कलियुग में वे "श्याम" नाम से पूजे जाएंगे, जिससे यह नाम और भी अधिक भगवान कृष्ण से जुड़ गया।