तेरा दास भी बाबा थारी किरपा भजन

तेरा दास भी बाबा थारी किरपा चाहवे सै भजन

तेरे दवार पे खाटू वाले खुलते किस्मत के ताले,
यहाँ जो भी आये सवाली वो हुए नसीबो वाले,
तू पल पल पल नए नए सैठ बनावे सै,
तेरा दास भी बाबा थारी किरपा चाहवे सै।

तू हारे का सहारा मैं भी तो हारा हूँ,
तू सबने पार लगाया मैं ते तेरा हूँ,
मेरी ज़िन्दगी बना दे सोई तकदीर जगा दे,
दे मोरछड़ी का झाड़ा बाबा अपना दास बना ले,
तू पल पल पल नए नए सैठ बनावे सै,
तेरा दास भी बाबा थारी किरपा चाहवे सै।

छोड़ के सारी दुनिया मैं द्वार तेरे आया,
मन्ने सारे देव पूजे सै मन को कोई नही भाया,
तेरी सूरत दिल में बसगी एक आदत तेरी पड़गी,
तेरा देख लिया नजारा बाबा नाम खुमारी चढ़ गई,
तू पल पल पल नए नए सैठ बनावे सै,
तेरा दास भी बाबा थारी किरपा चाहवे सै।


TERE DWAR PE KHATU WALE | Rahul Kaushik | New Shyam Bhajan 2019 | Khatu Shyam Bhajan | Purva Music

श्याम बाबा का खाटू धाम वह पवित्र स्थल है, जहाँ हर सवाली की किस्मत के ताले खुल जाते हैं और उसका जीवन उनकी कृपा से नसीबों की चमक से जगमगा उठता है। यहाँ आने वाला हर भक्त, चाहे वह कितना ही हारा हुआ क्यों न हो, श्याम की दया का वह झाड़ा पाता है, जो उसकी सोई हुई तकदीर को जगा देता है। श्याम बाबा का वह करुणामय स्वरूप हर दास के हृदय को अपने प्रेम में डुबो देता है, और उसे यह विश्वास दिलाता है कि उसका हर दुख, हर कमी उनके दरबार में मिट जाएगी। उनकी मोरछड़ी की एक छुअन ही भक्त की जिंदगी को नया रंग देती है, और वह सदा के लिए उनका दास बनकर उनके चरणों में लीन हो जाता है।

श्याम बाबा, जिन्हें खाटू श्याम जी के नाम से भी जाना जाता है, महाभारत के वीर योद्धा बर्बरीक का कलियुग में पूज्य रूप हैं। बर्बरीक भीम के पौत्र और घटोत्कच के पुत्र थे। जब महाभारत का युद्ध होने वाला था, तब भगवान श्रीकृष्ण ने निष्पक्षता बनाए रखने के लिए बर्बरीक से उनका शीश मांगा। बर्बरीक ने हँसते हुए अपना शीश श्रीकृष्ण को दान कर दिया, जिसके बाद उन्हें "शीश के दानी" कहा जाने लगा। श्रीकृष्ण ने उन्हें वरदान दिया कि कलियुग में वे "श्याम" नाम से पूजे जाएंगे और जो भी व्यक्ति जीवन में हार जाए या निराश हो, उसे उनका सहारा मिलेगा।

Song :-TERE DWAR PE KHATU WALE
music :- yogesh bajaj
Singer :- rahul kaushik
Editor :-pravesh saxena

श्याम कुंड को अत्यंत पवित्र माना जाता है। मान्यता है कि इस कुंड में स्नान करने से पापों का नाश होता है, पुण्य की प्राप्ति होती है और बाबा श्याम की विशेष कृपा मिलती है। कई श्रद्धालु मानते हैं कि श्याम कुंड में स्नान करने के बाद संतान प्राप्ति जैसी मनोकामनाएँ भी पूरी होती हैं। इसीलिए खाटू श्याम की यात्रा में मंदिर के दर्शन के साथ-साथ श्याम कुंड में स्नान करना भी अनिवार्य और विशेष माना जाता है।

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