सखी दो मीठे बोल सुनाय,
श्याम मोरी निंदिया हर ली,
निन्दियाँ हर ली निन्दियाँ हर ली री,
सखी री दो मीठे बोल सुनाय।
श्याममल गात मुकट माथे पे
काँधे लट घुंघराले,
यमुना तट पे खूब पावे,
मोपे डोरा डाले,
नैना वार चलाये साँवरे,
मेरी सुध बच हर ली जी,
सखी री दो मीठे बोल सुनाय।
मदमस्त नैना सु कर कर,
सैन हियो ललचावे,
बाँध प्रेम की डोरी संग में,
मेरो मन ले जावे,
तडपूं जल बिन मीन दशा मेरी,
कैसे कर दी री,
सखी री दो मीठे बोल सुनाय।
घड़ी इक पल चैन पड़े ना,
ऐसी हुई दीवानी ,
नन्द कुंवर की इक झलक पे,
तन मन आज बिकानी,
अगन प्रेम की सत्यवीर,
नस नस में भर दी री,
सखी री दो मीठे बोल सुनाय।
सखी दो मीठे बोल सुनाय,
श्याम मोरी निंदिया हर ली,
निन्दियाँ हर ली निन्दिया हर ली री,
सखी री दो मीठे बोल सुनाय।
श्याम मोरी निंदिया हर ली,
निन्दियाँ हर ली निन्दियाँ हर ली री,
सखी री दो मीठे बोल सुनाय।
श्याममल गात मुकट माथे पे
काँधे लट घुंघराले,
यमुना तट पे खूब पावे,
मोपे डोरा डाले,
नैना वार चलाये साँवरे,
मेरी सुध बच हर ली जी,
सखी री दो मीठे बोल सुनाय।
मदमस्त नैना सु कर कर,
सैन हियो ललचावे,
बाँध प्रेम की डोरी संग में,
मेरो मन ले जावे,
तडपूं जल बिन मीन दशा मेरी,
कैसे कर दी री,
सखी री दो मीठे बोल सुनाय।
घड़ी इक पल चैन पड़े ना,
ऐसी हुई दीवानी ,
नन्द कुंवर की इक झलक पे,
तन मन आज बिकानी,
अगन प्रेम की सत्यवीर,
नस नस में भर दी री,
सखी री दो मीठे बोल सुनाय।
सखी दो मीठे बोल सुनाय,
श्याम मोरी निंदिया हर ली,
निन्दियाँ हर ली निन्दिया हर ली री,
सखी री दो मीठे बोल सुनाय।