तू ठाकुर तुम पे अरदास जियो पिंड सब
तू ठाकुर तुम पे अरदास जियो पिंड सब तेरी रास
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
जियो पिंड, सब तेरी रास,
तू ठाकुर तुम पे अरदास
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
जियो पिंड, सब तेरी रास,
तू ठाकुर तुम पे अरदास
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
तुम मात पिता, हम बालक तेरे,
तुमरी कृपा, सुख घनेरे,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
कोहे ना जानी तुम्हरा अंत,
ऊँचे ते ऊँचा भगवंत,
ऊँचे ते ऊँचा भगवंत,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
सगल समग्री तुमरे सूतर धारी,
तुम ते होए सो आज्ञाकारी,
तुम ते होए सो आज्ञाकारी,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
तुमरी गथ मित तुम्ही जानी,
नानक दास सदा कुर्बानी,
नानक दास सदा कुर्बानी,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
तुमरी कृपा, सुख घनेरे,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
कोहे ना जानी तुम्हरा अंत,
ऊँचे ते ऊँचा भगवंत,
ऊँचे ते ऊँचा भगवंत,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
सगल समग्री तुमरे सूतर धारी,
तुम ते होए सो आज्ञाकारी,
तुम ते होए सो आज्ञाकारी,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
तुमरी गथ मित तुम्ही जानी,
नानक दास सदा कुर्बानी,
नानक दास सदा कुर्बानी,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
ਤੂ ਠਾਕੁਰੁ ਤੁਮ ਪਹਿ ਅਰਦਾਸਿ
ਜੀਉ ਪਿੰਡੁ ਸਭੁ ਤੇਰੀ ਰਾਸਿ ॥
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
जियो पिंड, सब तेरी रास,
तू ठाकुर तुम पे अरदास
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
हिंदी अर्थ : हे ईश्वर आप ही समस्त सृष्टि/ब्रह्माण्ड के ठाकुर हैं, स्वामी हैं। हमें आप से ही आस है। जीव को इस जगत में विविध कष्टों का सामना करते हुए, ईश्वर की भक्ति के लिए प्रेरित होना पड़ता है। अतः हे स्वामी तुम्ही से एक आस है। इस जगत का कोई प्राणी मेरी मदद नहीं कर सकता है, केवल आप ही काबिल हैं। यह मानव देह (पिंड-पंचतत्वों से निर्मित अस्थाई साधन) आपकी कृपा से ही है।
ਤੁਮ ਮਾਤ ਪਿਤਾ ਹਮ ਬਾਰਿਕ ਤੇਰੇ ॥
ਤੁਮਰੀ ਕ੍ਰਿਪਾ ਮਹਿ ਸੂਖ ਘਨੇਰੇ ॥
तुम मात पिता, हम बालक तेरे,
तुमरी कृपा, सुख घनेरे,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
हिंदी मीनिंग /अर्थ : हे स्वामी आप ही मेरे माता पिता हैं, और हम आपके बालक हैं। आपकी कृपा से ही बहुल सुख हैं। जैसे माता पिता अपनी संतान की रक्षा करते हैं, वैसे ही आप मेरे ऊपर अपने आशीर्वाद को बनाए रखना।
ਕੋਇ ਨ ਜਾਨੈ ਤੁਮਰਾ ਅੰਤੁ ॥
ਊਚੇ ਤੇ ਊਚਾ ਭਗਵੰਤ ॥
कोहे ना जानी तुम्हरा अंत,
ऊँचे ते ऊँचा भगवंत,
ऊँचे ते ऊँचा भगवंत,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
हिंदी मीनिंग /अर्थ : हे मेरे नाथ आप जन्म मरण के चक्र से मुक्त हैं। आपका आदि और अंत कोई नहीं जानता है। आप ही ऊँचे से भी ऊँचे भगवान् हैं।
ਸਗਲ ਸਮਗ੍ਰੀ ਤੁਮਰੈ ਸੂਤ੍ਰਿ ਧਾਰੀ ॥
ਤੁਮ ਤੇ ਹੋਇ ਸੁ ਆਗਿਆਕਾਰੀ ॥
सगल समग्री तुमरे सूतर धारी,
तुम ते होए सो आज्ञाकारी,
तुम ते होए सो आज्ञाकारी,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
हिंदी मीनिंग /अर्थ : हे ठाकुर, समस्त सांसारिक और ब्रह्मांड की रचनाएं आपके ही सूत्र में पिरोयी हुई हैं। जैसे माला के मनके एक धागे से ही एक सूत्र में बंधे हुए होते हैं, ऐसे ही आपने ही समस्त जगत को बाँध रखा है। हम सभी का अस्तित्व आपसे ही हैं, इसलिए हम आपके ही आज्ञाकारी हैं। हम आपके ही द्वारा बताए गए मार्ग का अनुसरण करते हैं।
ਤੁਮਰੀ ਗਤਿ ਮਿਤਿ ਤੁਮ ਹੀ ਜਾਨੀ ॥
ਨਾਨਕ ਦਾਸ ਸਦਾ ਕੁਰਬਾਨੀ ॥੮॥੪॥
तुमरी गथ मित तुम्ही जानी,
नानक दास सदा कुर्बानी,
नानक दास सदा कुर्बानी,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
हिंदी मीनिंग /अर्थ : हे नाथ आप ही अपने अस्तित्व और विशालता को जान पाने में सक्षम हैं। नानक दास जी सदा ही आपके प्रति कुर्बान हैं, विनय में सर झुकाते हैं।
ਜੀਉ ਪਿੰਡੁ ਸਭੁ ਤੇਰੀ ਰਾਸਿ ॥
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
जियो पिंड, सब तेरी रास,
तू ठाकुर तुम पे अरदास
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
हिंदी अर्थ : हे ईश्वर आप ही समस्त सृष्टि/ब्रह्माण्ड के ठाकुर हैं, स्वामी हैं। हमें आप से ही आस है। जीव को इस जगत में विविध कष्टों का सामना करते हुए, ईश्वर की भक्ति के लिए प्रेरित होना पड़ता है। अतः हे स्वामी तुम्ही से एक आस है। इस जगत का कोई प्राणी मेरी मदद नहीं कर सकता है, केवल आप ही काबिल हैं। यह मानव देह (पिंड-पंचतत्वों से निर्मित अस्थाई साधन) आपकी कृपा से ही है।
ਤੁਮ ਮਾਤ ਪਿਤਾ ਹਮ ਬਾਰਿਕ ਤੇਰੇ ॥
ਤੁਮਰੀ ਕ੍ਰਿਪਾ ਮਹਿ ਸੂਖ ਘਨੇਰੇ ॥
तुम मात पिता, हम बालक तेरे,
तुमरी कृपा, सुख घनेरे,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
हिंदी मीनिंग /अर्थ : हे स्वामी आप ही मेरे माता पिता हैं, और हम आपके बालक हैं। आपकी कृपा से ही बहुल सुख हैं। जैसे माता पिता अपनी संतान की रक्षा करते हैं, वैसे ही आप मेरे ऊपर अपने आशीर्वाद को बनाए रखना।
ਕੋਇ ਨ ਜਾਨੈ ਤੁਮਰਾ ਅੰਤੁ ॥
ਊਚੇ ਤੇ ਊਚਾ ਭਗਵੰਤ ॥
कोहे ना जानी तुम्हरा अंत,
ऊँचे ते ऊँचा भगवंत,
ऊँचे ते ऊँचा भगवंत,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
हिंदी मीनिंग /अर्थ : हे मेरे नाथ आप जन्म मरण के चक्र से मुक्त हैं। आपका आदि और अंत कोई नहीं जानता है। आप ही ऊँचे से भी ऊँचे भगवान् हैं।
ਸਗਲ ਸਮਗ੍ਰੀ ਤੁਮਰੈ ਸੂਤ੍ਰਿ ਧਾਰੀ ॥
ਤੁਮ ਤੇ ਹੋਇ ਸੁ ਆਗਿਆਕਾਰੀ ॥
सगल समग्री तुमरे सूतर धारी,
तुम ते होए सो आज्ञाकारी,
तुम ते होए सो आज्ञाकारी,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
हिंदी मीनिंग /अर्थ : हे ठाकुर, समस्त सांसारिक और ब्रह्मांड की रचनाएं आपके ही सूत्र में पिरोयी हुई हैं। जैसे माला के मनके एक धागे से ही एक सूत्र में बंधे हुए होते हैं, ऐसे ही आपने ही समस्त जगत को बाँध रखा है। हम सभी का अस्तित्व आपसे ही हैं, इसलिए हम आपके ही आज्ञाकारी हैं। हम आपके ही द्वारा बताए गए मार्ग का अनुसरण करते हैं।
ਤੁਮਰੀ ਗਤਿ ਮਿਤਿ ਤੁਮ ਹੀ ਜਾਨੀ ॥
ਨਾਨਕ ਦਾਸ ਸਦਾ ਕੁਰਬਾਨੀ ॥੮॥੪॥
तुमरी गथ मित तुम्ही जानी,
नानक दास सदा कुर्बानी,
नानक दास सदा कुर्बानी,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास,
तू ठाकुर, तुम पेह अरदास।
हिंदी मीनिंग /अर्थ : हे नाथ आप ही अपने अस्तित्व और विशालता को जान पाने में सक्षम हैं। नानक दास जी सदा ही आपके प्रति कुर्बान हैं, विनय में सर झुकाते हैं।
ਤੂ ਠਾਕੁਰੁ ਤੁਮ ਪਹਿ ਅਰਦਾਸਿ
ਤੂ ਠਾਕੁਰੁ ਤੁਮ ਪਹਿ ਅਰਦਾਸਿ
ਜੀਉ ਪਿੰਡੁ ਸਭੁ ਤੇਰੀ ਰਾਸਿ ॥
ਤੁਮ ਮਾਤ ਪਿਤਾ ਹਮ ਬਾਰਿਕ ਤੇਰੇ ॥
ਤੁਮਰੀ ਕ੍ਰਿਪਾ ਮਹਿ ਸੂਖ ਘਨੇਰੇ ॥
ਕੋਇ ਨ ਜਾਨੈ ਤੁਮਰਾ ਅੰਤੁ ॥
ਊਚੇ ਤੇ ਊਚਾ ਭਗਵੰਤ ॥
ਸਗਲ ਸਮਗ੍ਰੀ ਤੁਮਰੈ ਸੂਤ੍ਰਿ ਧਾਰੀ ॥
ਤੁਮ ਤੇ ਹੋਇ ਸੁ ਆਗਿਆਕਾਰੀ ॥
ਤੁਮਰੀ ਗਤਿ ਮਿਤਿ ਤੁਮ ਹੀ ਜਾਨੀ ॥
ਨਾਨਕ ਦਾਸ ਸਦਾ ਕੁਰਬਾਨੀ ॥੮॥੪॥
ਤੁਮ ਮਾਤ ਪਿਤਾ ਹਮ ਬਾਰਿਕ ਤੇਰੇ ॥
ਤੁਮਰੀ ਕ੍ਰਿਪਾ ਮਹਿ ਸੂਖ ਘਨੇਰੇ ॥
ਕੋਇ ਨ ਜਾਨੈ ਤੁਮਰਾ ਅੰਤੁ ॥
ਊਚੇ ਤੇ ਊਚਾ ਭਗਵੰਤ ॥
ਸਗਲ ਸਮਗ੍ਰੀ ਤੁਮਰੈ ਸੂਤ੍ਰਿ ਧਾਰੀ ॥
ਤੁਮ ਤੇ ਹੋਇ ਸੁ ਆਗਿਆਕਾਰੀ ॥
ਤੁਮਰੀ ਗਤਿ ਮਿਤਿ ਤੁਮ ਹੀ ਜਾਨੀ ॥
ਨਾਨਕ ਦਾਸ ਸਦਾ ਕੁਰਬਾਨੀ ॥੮॥੪॥
ਪਦ ਅਰਥ: ਤੁਮ ਪਹਿ = ਤੇਰੇ ਪਾਸ/आपसे ही। ਪਿੰਡੁ = ਸਰੀਰ, शरीर को एक गाँव की भाँती पिंड कहा गया है। ਰਾਸਿ = ਬਖ਼ਸ਼ੀਸ਼, ਪੂੰਜੀ, सकल जीव राशि। ਘਨੇਰੇ = ਬਹੁਤ, बहुत, खूब सारे। ਸਮਗ੍ਰੀ = ਪਦਾਰਥ, श्रष्टि के समस्त प्रदार्थ। ਸੂਤ੍ਰਿ = ਸੂਤ੍ਰ ਵਿਚ, ਮਰਯਾਦਾ ਵਿਚ, ਹੁਕਮ ਵਿਚ। ਧਾਰੀ = ਟਿਕੀ ਹੋਈ ਹੈ। ਤੁਮ ਤੇ = ਤੈਥੋਂ। ਹੋਇ = (ਜੋ ਕੁਝ) ਹਸਤੀ ਵਿਚ ਆਇਆ ਹੈ, ਪੈਦਾ ਹੋਇਆ ਹੈ। ਆਗਿਆਕਾਰੀ = (ਤੇਰੇ) ਹੁਕਮ ਨੂੰ ਮੰਨ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਕੁਰਬਾਨੀ = ਸਦਕੇ। ਮਿਤਿ = ਮਰਯਾਦਾ, ਅੰਦਾਜ਼ਾ। ਗਤਿ = ਹਾਲਤ।
Tu Thakur Tum Peh Ardas | Dilpreet Bhatia Tu Thakur Tum Peh Ardas By Bhai Rai Singh Ji Hajuri Ragi Sri Darbar Sahib Amritsar
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Author - Saroj Jangir
मेरे ब्लॉग में आपका स्वागत है, आप यहाँ पर पंजाबी भाषा के शब्द और उनके अर्थ के विषय में जान पायेंगे. इसके अतिरिक्त आप, पंजाबी डिक्शनरी, पंजाबी फोक सोंग, पंजाबी शब्द वाणी, और पंजाबी भजन का अर्थ भी खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें। |
