अनूप जलोटा भजन तृष्णा ना जाये मन से

अनूप जलोटा भजन तृष्णा ना जाये मन से भजन

 
अनूप जलोटा भजन तृष्णा ना जाये मन से Trishna Na Jaaye Man Se Lyrics

मथुरा वृन्दावन सघन
और यमुना के तीर
धन्य धन्य माटी सुघर
धन्य कालिंदी नीर
कृष्णा बोलो कृष्णा
हरे कृष्णा
राधे कृष्णा
तृष्णा ना जाये मन से
कृष्णा ना आये मन में
जतन करूँ मैं हजार
कैसे लगेगी नैया पार
मेरे श्याम जी
कैसे लगेगी नैया पार
इक पल माया साथ ना छोड़े
जिधर जिधर चाहे मुझे मोड़े
हरी भक्ति से हरी पूजन से
मेरा रिश्ता नाता तोड़े
माया ना जाये मन से
भक्ति ना आये मन में
जीवन ना जाये बेकार
कैसे लगेगी नैया पार
मेरे श्याम जी
कैसे लगेगी नैया पार
क्षमा करो मेरे गिरिवर धारी
चंचलता मन की लाचारी
लगन जगा दो मन में स्वामी
तुम हो प्रभु जी अंतर्यामी
मन ना बने अनुरागी
भावना बने ना त्यागी
दया करो करतार
कैसे लगेगी नैया पार
मेरे श्याम जी
कैसे लगेगी नैया पार
तृष्णा ना जाये मन से
कृष्णा ना आये मन में
जतन करूँ मैं हजार
कैसे लगेगी नैया पार
मेरे श्याम जी
कैसे लगेगी नैया पार


Trushna Na Jaye
 
Provided to YouTube by Super Cassettes Industries Limited
Trushna Na Jaye · Anup Jalota
Ram Naam Japo...
℗ Super Cassettes Industries Limited
Released on: 2010-02-22
 
यह भाव उस साधक के मन से निकली प्रार्थना का स्वर है जो भगवान के चरणों में आत्मसमर्पण की सी ढूँढता है। मथुरा-वृंदावन की पावन भूमि, जहाँ हर कण कृष्ण-स्मृति से सुवासित है, वहाँ खड़ा यह मन अपने भीतर के संघर्षों से जूझ रहा है। वह जानता है कि जीवन की नैया तभी पार लग सकती है जब मन माया के बंधन से मुक्त हो जाए। पर यही तो सबसे कठिन है—क्योंकि तृष्णाएँ छोड़ना, और भक्ति को स्थिर रखना, मनुष्य के जीवन की सबसे बड़ी परीक्षा है। यमुना किनारे का यह भाव एक विनम्र निवेदन बन जाता है—“हे श्याम, मुझे अपने प्रेम में बाँध लो, ताकि संसार का मोह मुझ पर हावी न हो सके।” 
 
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें

Next Post Previous Post