हरियाणा के रफ़ी भगत राम निवास


हरियाणा के रफ़ी भगत राम निवास Bhagat Ram Niwas ji Hariyanavi Folk Singer

स्वर्गीय श्री भगत रामनिवास जी के द्वारा इस दैहिक जीवन को छोड़ जाने पर (१८ सितम्बर रात्री ०९ बजे ) बहुत ही दुःख मह्सुश हुआ है। भगत जी ने ६५ वर्ष की आयु में भी भजन गाना बरकार रखा था। जिस दौर में उन्होंने फौज जी नौकरी को छोड़ के आम जन को चेतावनी भजनों के माध्यम से जोड़ा, वह निश्चित ही उनके लिए भी बहुत कठिन रहा होगा। उन्हें प्यार से लोग हरियाणा का मोहम्मद रफ़ी भी कहकर बुलाते थे। आप भी उनके भजन सुने तो आपको महसूस होगा की किस तरहा से उन्होंने भजनों को अपनी रूह से गाया है। भगत जी को दुनिया जानती है तो बस उनके भजनों से जो की एक बहुत बड़ी बात है। भगत रामनिवास जी ने ऐसे भजनों को गाया जो की आम जन की जुबान पर चढ़ गए। मसलन 'माटी में मिले माटी, पानी में पानी अरे अभिमानी  पानी का बुलबुला जैसे तेरी जिंदगानी '. इनके द्वारा गाये गए भजन आम जन की मिथ्या आचार व्यवहार पर सदा ही चोट करते रहे हैं। 
 
 
भगत राम निवास जी ने अपने भजनों के माध्यम से लोगो को जीवन का उद्देश्य समझाने का प्रयत्न किया जो सफल भी हुआ। श्री राम निवास जी का नाथ सम्प्रदाय से लगाव का कारन भी यही था की वो मिथ्या आचरण की विरोधी थे।
श्री राम निवास जी ने फौज की नौकरी छोड़ कर १९६५ जो भजन लोगों की जबान पर चढ़ा दिया वो था "तूने अजब रचा खिलौना माटी का " व्यक्ति गत जीवन में भी उन्होंने सादगी को अपना आधार बनाए रखा। भगत जी जन्म हरियाणा के रोहतक जिले के सुनारिया गाँव में हुआ था। भजनों के अलावा भगत जी ने देशभक्ति गीत भी गाये हैं। भगत जी भक्तो के दिलों में सदा ही जीवित रहेंगे इश्वर उनकी आत्मा को शांति दे, लिरिक्स पंडितस की तरफ से श्री भगत राम  निवास जी को सत सत नमन। हम कोशिश करेंगे उनके गाये हुए सभी भजनो को यहाँ पर इकठ्ठा करके उनकी लिरिक्स आपको पहुंचाना।
 

आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
+

1 टिप्पणी

  1. Bhagat ramnivas ji bhut ache insan tha