झुंझुनू धिराणी देवरों सती को म्हाने प्यारो लागे लिरिक्स Devro Sati Ko Mhane Pyaro Lage Lyrics

झुंझुनू धिराणी देवरों सती को म्हाने प्यारो लागे लिरिक्स Devro Sati Ko Mhane Pyaro Lage Lyrics

 
झुंझुनू धिराणी देवरों सती को म्हाने प्यारो लागे लिरिक्स Devro Sati Ko Mhane Pyaro Lage Lyrics

जठे बैठी सती राणी श्यानी झुंझुनू धिराणी,
दानी गगन धरा में तो नगाड़ा बाजै,
देवरों सती को म्हाने प्यारो लागै,
बैठी माता देवरे में,
ओढ़ चुनरिया लाल जी,
नौबत शंख नगाड़ा बाजे,
गाओ दे दे ताल जी,
तू तो सारे जग की माता,
बन बैठी भाग्य विधाता,
थारो भादवे की मावस न मेळो लागे,
देवरों सती को म्हाने प्यारो लागे।

घननण  घननण  घंटा बाजे
कोसा शब्द सुनें  है
पंडितजन पैडया पर बेठ्या
मंगल मंत्र गुणे है
बठै नाचे मोर पपहिया
जय जयकार करेगी मैया
मन झुंझुनूं तो गावन जी म्हारो लागे
देवरों सती को म्हाने प्यारो लागे।

लाल पताका उड़े गगण में,
लहर लहर लहरावे जी,
मकराने को बण्यो देवरो,
भक्ता के मन भावे जी,
यो तो दमदमाट दमके,
उगते सूरज माही चमके,
जठे जागरण रोज तिहारो जागे,
देवरों सती को म्हाने प्यारो लागे।
जठे बैठी सती राणी श्यानी झुंझुनू धिराणी,
दानी गगन धरा में तो नगाड़ा बाजै,
देवरों सती को म्हाने प्यारो लागै,

The Dadi Sati Aarti is a prayer that is offered to Dadi Sati, a legendary figure in Rajasthan, India, who is revered for her courage and self-sacrifice. The Aarti is usually performed in the evening, and it is accompanied by the ringing of bells, the playing of musical instruments, and the chanting of hymns.


राणी सती दादी भजन - झुंझुनू धिराणी | Jhunjhunu Dhirani | Manmohan Soni - Rajiv Soni 


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