जो सुख है तेरे चरणों में वो सुख मिलता कहाँ Jo Sukh Hai Tere Charno Me Vo Sukh Milta Kahan
जो सुख है तेरे चरणों में
वो सुख मिलता कहाँ
ओ मेरी माँ ...........
जो सुख है तेरे चरणों में
वो सुख मिलता कहाँ
ओ मेरी माँ ...........
बिन तेरे सूना सूना लगता
है सारा जहां
ओ मेरी माँ ...........
बिन तेरे सूना सूना लगता
है सारा जहां
ओ मेरी माँ ...........
प्यार भरा ये माँ का आँचल
जिसको भी मिल जाएगा
प्यार भरा ये माँ का आँचल
जिसको भी मिल जाएगा
सच कहती हूँ उसका जीवन
फूलों सा खिल जाएगा
खुशियों के पल
रस बरसाएंगे
सपने सभी सच हो जायेंगे
प्यार से माँ के जो जाएगा
रोशन सारा जहां
जो सुख है तेरे चरणों में
वो सुख मिलता कहाँ
ओ मेरी माँ ...........
बिन तेरे सूना सूना लगता
है सारा जहां
ओ मेरी माँ ...........
माँ ही गंगा माँ ही यमुना
माँ ही निर्मल धारा है
माँ ही गंगा माँ ही यमुना
माँ ही निर्मल धारा है
माँ ही गीता माँ ही भागवत
माँ ही प्राण हमारा है
माँ की ममता को
हमने जाना है
माँ की ममता को
हमने जाना है
रब्ब से भी बढकर
माँ को माना है
प्यार से माँ के जो जाएगा
रोशन सारा जहां
जो सुख है तेरे चरणों में
वो सुख मिलता कहाँ
ओ मेरी माँ ...........
बिन तेरे सूना सूना लगता
है सारा जहां
ओ मेरी माँ ...........
जो सुख है तेरे चरणों में
वो सुख मिलता कहाँ
ओ मेरी माँ ...........
जो सुख है तेरे चरणों में
वो सुख मिलता कहाँ
ओ मेरी माँ ...........
बिन तेरे सूना सूना लगता
है सारा जहां
ओ मेरी माँ ...........
बिन तेरे सूना सूना लगता
है सारा जहां
ओ मेरी माँ ...........
वो सुख मिलता कहाँ
ओ मेरी माँ ...........
जो सुख है तेरे चरणों में
वो सुख मिलता कहाँ
ओ मेरी माँ ...........
बिन तेरे सूना सूना लगता
है सारा जहां
ओ मेरी माँ ...........
बिन तेरे सूना सूना लगता
है सारा जहां
ओ मेरी माँ ...........
प्यार भरा ये माँ का आँचल
जिसको भी मिल जाएगा
प्यार भरा ये माँ का आँचल
जिसको भी मिल जाएगा
सच कहती हूँ उसका जीवन
फूलों सा खिल जाएगा
खुशियों के पल
रस बरसाएंगे
सपने सभी सच हो जायेंगे
प्यार से माँ के जो जाएगा
रोशन सारा जहां
जो सुख है तेरे चरणों में
वो सुख मिलता कहाँ
ओ मेरी माँ ...........
बिन तेरे सूना सूना लगता
है सारा जहां
ओ मेरी माँ ...........
माँ ही गंगा माँ ही यमुना
माँ ही निर्मल धारा है
माँ ही गंगा माँ ही यमुना
माँ ही निर्मल धारा है
माँ ही गीता माँ ही भागवत
माँ ही प्राण हमारा है
माँ की ममता को
हमने जाना है
माँ की ममता को
हमने जाना है
रब्ब से भी बढकर
माँ को माना है
प्यार से माँ के जो जाएगा
रोशन सारा जहां
जो सुख है तेरे चरणों में
वो सुख मिलता कहाँ
ओ मेरी माँ ...........
बिन तेरे सूना सूना लगता
है सारा जहां
ओ मेरी माँ ...........
जो सुख है तेरे चरणों में
वो सुख मिलता कहाँ
ओ मेरी माँ ...........
जो सुख है तेरे चरणों में
वो सुख मिलता कहाँ
ओ मेरी माँ ...........
बिन तेरे सूना सूना लगता
है सारा जहां
ओ मेरी माँ ...........
बिन तेरे सूना सूना लगता
है सारा जहां
ओ मेरी माँ ...........
"जो सुख है तेरे चरणों में वो सुख मिलता कहाँ" यह गीत एक माँ के प्रति एक बच्चे की गहरी श्रद्धा और प्रेम को दर्शाता है। गीत में, बच्चा कहता है कि माँ के चरणों में मिलने वाला सुख दुनिया में कहीं और नहीं मिल सकता। माँ का आँचल, माँ की ममता, और माँ का प्यार ही बच्चे के जीवन में खुशियाँ लाते हैं।
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Author - Saroj Jangir
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