कबीर दिल स्याबित भया पाया भल संभ्रथ्य हिंदी मीनिंग कबीर के दोहे

कबीर दिल स्याबित भया पाया भल संभ्रथ्य हिंदी मीनिंग Kabir Dil Syabit Bhaya Pala Bhal Hindi Meaning Kabir Ke Dohe Hindi Arth Sahit

कबीर दोहे हिंदी भावार्थ
 
कबीर दिल स्याबित भया पाया भल संभ्रथ्य हिंदी मीनिंग Kabir Dil Syabit Bhaya Pala Bhal Hindi Meaning

कबीर दिल स्याबित भया, पाया भल संभ्रथ्य।
सायर माँहि ढंडोलतौ, हीरे पडि गया हथ्थ।।
 
Kabeer Dil Syaabit Bhaya, Paaya Bhal Sambhrathy.
Saayar Maanhi Dhandolatau, Heere Padi Gaya Hathth 

कबीर दिल स्याबित भया शब्दार्थ : सोबत - पूर्ण, संभ्रथ्य-समर्थ, सायर -सागर, ढंडोलतौ - हथ्थ,-हाथ।
 
कबीर दिल स्याबित भया हिंदी मीनिंग: मैं (कबीर साहेब) भव सागर में अपने लक्ष्य को ढूंढ़ रहा था और सद्गुरु के आशीवार्द के रूप में मेरे हाथ में हीरे के समान प्रदार्थ लग गया। ऐसे भारी और महत्त्व के फल की प्राप्ति के उपरान्त अब मुझे किसी अन्य की आस नहीं रही है। हीरा परम तत्व और उत्कृष्टता का प्रतीक है। हीरे की प्राप्ति से आशय है पूर्णता को प्राप्त हो जाना। इस दोहे में रूपकातिश्योक्ति अलंकार का उपयोग हुआ है।

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