अगर तू साथ है मैंने जब से मेरे साँवरियाँ
मैंने जब से मेरे साँवरियाँ, गुण गान तुम्हारा गाया है,
तब से जीवन के हर पथ पे, मैंने साथ तुम्हारा पाया है,
ओ मेरे बाबा, ओ मेरे बाबा,
मेरे बाबा, मेरे बाबा,
मैंने जब से मेरे साँवरियाँ, गुण गान तुम्हारा गाया है,
मैंने जब से मेरे साँवरियाँ, गुण गान तुम्हारा गाया है,
कभी अंधेरो में मेरे बाबा, मेरा मन जब घबराता है,
मन की रोशनी तू ही तो राहो में बिखर जाता है,
तेरे बिना मुझको बाबा ये सुख भी नहीं भाता है,
तू संग है तो गम में भी, मेरा दिल ये मुस्काता है,
वीराने जीवन मे शहनाई बजती है,
कांटो सी राहे भी फूलो सी लगती है ,
अगर तू साथ है,
फिकर क्यों करू क्यों किसी से डरूँ अगर तू साथ है,
जो कुछ मुझ में प्यारा है बाबा वो असर तुम्हारा है,
सब तेरी किरपा सब तेरी मेहर सोनू जो कुछ बन पाया है,
मैंने जब से मेरे साँवरियाँ, गुण गान तुम्हारा गाया है,
भक्त का हृदय जब साँवरिया के गुणगान में लीन होता है, तब उसका जीवन प्रभु की कृपा और सान्निध्य से आलोकित हो उठता है। हरि के नाम का स्मरण और उनके गुणों का गान भक्त को जीवन के प्रत्येक पथ पर एक अटूट सहारा देता है। चाहे जीवन में अंधेरे घने हों, मन घबराए, या राहें कठिन हों, प्रभु की रोशनी हर कदम पर भक्त का मार्गदर्शन करती है। उनके बिना सुख भी फीका लगता है, पर उनके साथ होने पर दुख भी आनंद में बदल जाता है। यह प्रभु की कृपा ही है जो वीरान जीवन में शहनाई की मधुर धुन बनकर बजती है और काँटों भरी राहों को फूलों सी सुगंधित और सुंदर बनाती है। भक्त का विश्वास दृढ़ होता है कि जब साँवरिया साथ हैं, तो कोई भय, चिंता या बाधा उसे डिगा नहीं सकती।
SINGER : SHRI SHEETAL PANDEY JI
Lyrics : AADITYA MODI (SONU JI)
MUSIC DIRECTOR : KULDEEP GAUR (SAMMY BHAI)
STUDIO : JHANKAAR STUDIO DELHI
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