भला करो तो भला ही होगा बुरा करो
भला करो तो भला ही होगा
बुरा करो तो बुरा होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
भला करो तो भला ही होगा
बुरा करो तो बुरा होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा।
जैसा क्रम किया है जिसने
वैसा ही फल पायेगा
बोया पेड़ बबूल का पगले
आम कहा से पाएगा।
जैसा क्रम किया है जिसने
वैसा ही फल पायेगा
बोया पेड़ बबूल का पगले
आम कहा से पाएगा।
झूठ फरेब में क्या रखा है
सच ही सच का शिला होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
भला करो तो भला ही होगा
बुरा करो तो बुरा होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
फिर जाने क्या क्या होगा
धर्म की आड़ में पाप करे जो
वो न कभी सुख पाता है
पाप की आंधी में फश के पग पग ठोकर खाता है।
धर्म की आड़ में पाप करे जो
वो न कभी सुख पाता है
पाप की आंधी में वो फस के पग पग ठोकर खाता है।
पति की राह में जो भी चला है
उसको सुख न मिला होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
भला करो तो भला ही होगा
बुरा करो तो बुरा होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
फिर जाने क्या क्या होगा
बिना स्वार्थ इस धरती पर किसने प्रीत निभाई है
पथ की राह में चला जो केवल
उसने मंज़िल पाई है।
बिना तवारथ इस धरती पर कितने प्रीत निभाई है
पथ की राह में चला जो केवल
उसने मंज़िल पाई है।
क्यों कोसे तक़दीर को अपनी
काहे किसी से गिला होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
भला करो तो भला ही होगा
बुरा करो तो बुरा होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
फिर जाने क्या क्या होगा
फिर जाने क्या क्या होगा
तोड़ के नफ़रत की दीवारे
प्यार की जोत जगा बन्दें
प्रभु चरण से प्रीत लगा के
जीवन सफल बना बन्दे।
तोड़ के नफ़रत की दीवारे
प्यार की जोत जगा बन्दें
प्रभु चरण से प्रीत लगा के
जीवन सफल बना बन्दें।
केवल खाली हाथ तू आया
खाली हाथ विदा होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
भला करो तो भला ही होगा
बुरा करो तो बुरा होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
फिर जाने क्या क्या होगा
फिर जाने क्या क्या होगा
भला करो तो भला ही होगा
बुरा करो तो बुरा होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
फिर जाने क्या क्या होगा
फिर जाने क्या क्या होगा
बुरा करो तो बुरा होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
भला करो तो भला ही होगा
बुरा करो तो बुरा होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा।
जैसा क्रम किया है जिसने
वैसा ही फल पायेगा
बोया पेड़ बबूल का पगले
आम कहा से पाएगा।
जैसा क्रम किया है जिसने
वैसा ही फल पायेगा
बोया पेड़ बबूल का पगले
आम कहा से पाएगा।
झूठ फरेब में क्या रखा है
सच ही सच का शिला होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
भला करो तो भला ही होगा
बुरा करो तो बुरा होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
फिर जाने क्या क्या होगा
धर्म की आड़ में पाप करे जो
वो न कभी सुख पाता है
पाप की आंधी में फश के पग पग ठोकर खाता है।
धर्म की आड़ में पाप करे जो
वो न कभी सुख पाता है
पाप की आंधी में वो फस के पग पग ठोकर खाता है।
पति की राह में जो भी चला है
उसको सुख न मिला होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
भला करो तो भला ही होगा
बुरा करो तो बुरा होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
फिर जाने क्या क्या होगा
बिना स्वार्थ इस धरती पर किसने प्रीत निभाई है
पथ की राह में चला जो केवल
उसने मंज़िल पाई है।
बिना तवारथ इस धरती पर कितने प्रीत निभाई है
पथ की राह में चला जो केवल
उसने मंज़िल पाई है।
क्यों कोसे तक़दीर को अपनी
काहे किसी से गिला होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
भला करो तो भला ही होगा
बुरा करो तो बुरा होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
फिर जाने क्या क्या होगा
फिर जाने क्या क्या होगा
तोड़ के नफ़रत की दीवारे
प्यार की जोत जगा बन्दें
प्रभु चरण से प्रीत लगा के
जीवन सफल बना बन्दे।
तोड़ के नफ़रत की दीवारे
प्यार की जोत जगा बन्दें
प्रभु चरण से प्रीत लगा के
जीवन सफल बना बन्दें।
केवल खाली हाथ तू आया
खाली हाथ विदा होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
भला करो तो भला ही होगा
बुरा करो तो बुरा होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
फिर जाने क्या क्या होगा
फिर जाने क्या क्या होगा
भला करो तो भला ही होगा
बुरा करो तो बुरा होगा
वक़्त गुजरता जाए बावरे
फिर जाने क्या क्या होगा
फिर जाने क्या क्या होगा
फिर जाने क्या क्या होगा
भला करो तो भला ही होगा, बुरा करो तो बुरा होगा - चेतावनी भजन - Kewal Vinayak
bhala karo to bhala hee hoga
bura karo to bura hoga
vaqt gujarata jae baavare
phir jaane kya kya hoga
bhala karo to bhala hee hoga
bura karo to bura hoga
vaqt gujarata jae baavare
phir jaane kya kya hoga.
