लगा दो सखी मैया को काजल को टीको
(मुखड़ा)
लगा दो सखी मैया को,
काजल को टीको,
सखी, लगा दो टीको,
सखी, लगा दो टीको,
लगा दो सखी मैया को,
काजल को टीको।।
(अंतरा)
सुंदर मुखड़ा नज़र न लागे,
सुंदर मुखड़ा नज़र न लागे,
रूप चाँद को फीको,
लगा दो सखी मैया को,
काजल को टीको।।
शीश मुकुट, माथे पर बिंदिया,
शीश मुकुट, माथे पर बिंदिया,
पहिरयो परम पुनितो,
लगा दो सखी मैया को,
काजल को टीको।।
मेहंदी, महावर, कुमकुम, रोली,
मेहंदी, महावर, कुमकुम, रोली,
लाल है मैया जी को,
लगा दो सखी मैया को,
काजल को टीको।।
चढ़े नारियल, लाल चुनरिया,
चढ़े नारियल, लाल चुनरिया,
जलता दीपक घी को,
लगा दो सखी मैया को,
काजल को टीको।।
(पुनरावृत्ति)
लगा दो सखी मैया को,
काजल को टीको,
सखी, लगा दो टीको,
सखी, लगा दो टीको,
लगा दो सखी मैया को,
काजल को टीको।।
माता भजन - लगा दो सखी मईया को काजल को टीको - Dimpal Bhumi Bhajan | Devi Bhajan | Mata Bhajan Song