होजी हरि कित गये नेह लगाय लिरिक्स Hoji Hari Kit Gaye Neh Lagay Lyrics

होजी हरि कित गये नेह लगाय लिरिक्स Hoji Hari Kit Gaye Neh Lagay Lyrics

होजी हरि कित गये नेह लगाय लिरिक्स Hoji Hari Kit Gaye Neh Lagay Lyrics


होजी हरि कित गये नेह लगाय।।टेक।।
नेह लगाय मेरो हर लीयो, रस भरी टेर सुनाय।
मेरे मन में ऐसी आवै, मरूँ जहर बिस खाय।
छाड़ि गये बिसवासघात करि, नेह केरी नाव चढ़ाय।
मीराँ के प्रभु कबरे मिलोगे, रहे मधुपुरी छाय।। 
 
शब्दार्थ- कित = कहां। नेह = स्नेह, प्रेम। रसभरी = मीठी-मीठी। टेर = बात। मधपुरी = मथुरा। नेहड़ा = नेह, स्नेह। विश्वास सँगानी = विश्वासघात करने वाला।

Ho ji Hari kit gayen neha lagaye - where have u been gone after falling me in love of u Neha lagaye mero man har liyo - by falling me in love of u.......you stole my mind
ras bhari ter sunaye - talking sweet
mero man mein aisi aave - a wish come in my mind
maroon zahar vish khaye - get died by taking poison
Chhadi gayen vishwasghat kari - left me n betrayal me
neha ki naav chdhaye - leaving me in ship of love
meera ke prabhu kab re miloge - oh god of meera when will you meet
rahe madhupuri chhaye -living in mathura...... 
 


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