देव निराले मेरे भोले रे, शिव भोले शिव भोले रे, बाघम्बर तन ओढ़ के, पिवंग प्याला शिव डोले रे, देव निरालें मेरे भोले रे, शिव भोले शिव भोले रे।।
सर पे चंदा और गंगा की धार, शंकर जी की माया ना कोई पार, चले धाम रे, बस नाम ले, मिल जाए सब सुख यहाँ, वो पट किस्मत के खोले रे, देव निरालें मेरे भोले रे, शिव भोले शिव भोले रे।।
जो भी मांगने आए तेरे द्वार, हर जन का तू करता है उद्धार, जो दर गया, वो तर गया, जो दुखिया पुकारता, दुःख में सुख के रंग घोले रे, देव निरालें मेरे भोले रे, शिव भोले शिव भोले रे।।
सांझ सवेरे जप ले तेरा नाम, एक पल में सब बनते बिगड़े काम, कैलाशी तू, शिव दानी तू, जब जुल्म बढ़े तब तीसरा, शिव शम्भू नेत्र खोले रे, देव निरालें मेरे भोले रे, शिव भोले शिव भोले रे।।
देव निराले मेरे भोले रे, शिव भोले शिव भोले रे, बाघम्बर तन ओढ़ के, पिवंग प्याला शिव डोले रे, देव निरालें मेरे भोले रे, शिव भोले शिव भोले रे।।
Shivratri Bhajan - Dev Nirale Mere Bhole - देव निराले मेरे भोले - Shiv Bhajan - Shivratri 2020