मुझ निर्धन के घर में बोलो कब आओगे
मुझ निर्धन के घर में बोलो,
कब आओगे श्याम मेरे,
कब आओगे श्याम मेरे,
मुझ निर्धन के घर में बोलो,
कब आओगे श्याम मेरे,
भरोसा तो मुझको,
श्याम बस तेरा है,
तुम्हारे बिन जहां में,
कोई ना मेरा है ,
भरोसा तो मुझको,
श्याम बस तेरा है,
तुम्हारे बिन जहां में,
कोई ना मेरा है ,
दुनिया ने गम इतने दिए,
क्या तुमको बतलाऊँ,
क्या तुमको बतलाऊँ,
दिल में सजाएँ हैं जो सपने,
टूट गए सरेआम मेरे,
कब आओगे श्याम मेरे,
देखली है सब मैंने,
ये झूठी दुनियादारी,
एक तेरा दर सच्चा,
सांवरे ओ गिरधारी,
देखली है सब मैंने,
ये झूठी दुनियादारी,
एक तेरा दर सच्चा,
सांवरे ओ गिरधारी,
स्वार्थ के संसार में,
अब मैं जाऊ कहाँ बोलो,
अब मैं जाऊ कहाँ बोलो,
ऐसे समय में जो थे अपने,
रूठ गए हैं तमाम मेरे,
कब आओगे श्याम मेरे,
मेरी ये जीवन नैया,
श्याम तेरे हवाले,
चलेगी मर्जी तेरी,
डुबोदे चाहे बचा ले,
मेरी ये जीवन नैया,
श्याम तेरे हवाले,
चलेगी मर्जी तेरी,
डुबोदे चाहे बचा ले,
भीमसेन से खता हुयी क्या,
जो ये हाल हुआ,
जो ये हाल हुआ,
राधिका कहे देना सहारा,
आकर खुद घनश्याम मेरे,
कब आओगे श्याम मेरे,
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं