अम्बे चरण कमल हैं तेरे भजन

अम्बे चरण कमल हैं तेरे भजन

अम्बे चरण कमल हैं तेरे लिरिक्स Ambe Charan Kamal Hain Tere Lyrics

अम्बे, चरण कमल हैं तेरे,
अम्बे, चरण कमल हैं तेरे,
हम भौंरे हैं जनम जनम के,
निस दिन दे दे पेरे,
अम्बे, चरण कमल हैं तेरे,
अम्बे, चरण कमल हैं तेरे,

तु धरती जग पालन करती,
अम्बर का आधार है तू,
सब सुख झूठे, सब दुख झूठे,
इस जीवन कर सार है तू,
तु सत्यम् तु शिवम् सुन्दरम्,
हम सब चपलज हैं तेरे,
अम्बे, चरण कमल हैं तेरे,
अम्बे, चरण कमल हैं तेरे,

ओस में आँसू, फूल में श्रद्धा,
अंतर मन लेकर उजियारे,
तेरे मंदिर में नत मस्तक,
नभ के सूरज चाँद सितारे,
हमने तेरी मुस्कानो में,
देखे मधुर सवेरे,
अम्बे, चरण कमल हैं तेरे,
अम्बे, चरण कमल हैं तेरे,
जय जय माँ, जय जय माँ,
जय जय माँ, जय जय माँ,

अम्बे, चरण कमल हैं तेरे,
अम्बे, चरण कमल हैं तेरे,
हम भौंरे हैं जनम जनम के,
निस दिन दे दे पेरे,
अम्बे, चरण कमल हैं तेरे,
अम्बे, चरण कमल हैं तेरे,

तु धरती जग पालन करती,
अम्बर का आधार है तु,
सब सुख झूठे, सब दुख झूठे,
इस जीवन कर सार है तु,
तु सत्यम् तु शिवम् सुन्दरम्,
हम सब चपलज हैं तेरे,
अम्बे, चरण कमल हैं तेरे,
अम्बे, चरण कमल हैं तेरे,

ओस में आँसू, फूल में श्रद्धा,
अंतर मन लेकर उजीयारे,
तेरे मंदिर में नत मस्तक,
नभ के सूरज चाँद सितारे,
हमने तेरी मुस्कानो में,
देखे मधुर सवेरे,
अम्बे, चरण कमल हैं तेरे,
अम्बे, चरण कमल हैं तेरे,
जय जय माँ, जय जय माँ,
जय जय माँ, जय जय माँ,
 

अम्बे चरण कमल हैं तेरे Ambe Charan Kamal Hain Tere

Ambe, Charan Kamal Hain Tere,
Ambe, Charan Kamal Hain Tere,
Ham Bhaunre Hain Janam Janam Ke,
Nis Din De De Pere,
Ambe, Charan Kamal Hain Tere,
Ambe, Charan Kamal Hain Tere,

अम्बे माता 

अम्बे माता का विशेष महत्व है। वे शक्ति, प्रेम और दया की देवी हैं। उन्हें "माँ दुर्गा" के नाम से भी जाना जाता है।
शक्ति की देवी अम्बे माता को शक्ति की देवी माना जाता है। वे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक हैं। वे अपने भक्तों को बुरी शक्तियों से बचाती हैं और उन्हें जीवन में सफलता प्राप्त करने में मदद करती हैं। देवी अंबिका, जिन्हें दुर्गा माँ और अम्बे माँ के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म की सबसे महत्वपूर्ण देवीयों में से एक हैं। उन्हें शक्ति, प्रेम, करुणा और रक्षा की देवी माना जाता है। उन्हें भारत के कई हिस्सों में पूजा जाता है, विशेष रूप से उत्तर भारत, पूर्वोत्तर भारत और बंगाल में।

पश्चिम बंगाल में, देवी अंबिका को दुर्गा माँ के नाम से जाना जाता है। उन्हें अक्सर एक सिंह या बाघ पर सवार, हाथों में विभिन्न हथियारों के साथ चित्रित किया जाता है। उन्हें अक्सर महिषासुर, एक राक्षस का वध करते हुए दिखाया जाता है। अंबिका देवी को कई अन्य नामों से भी जाना जाता है, जिनमें अंबा माँ, बहुचारा माँ, कालिका माँ, भद्रकाली माँ, माँ भवानी आदि शामिल हैं। ये सभी नाम उनकी शक्ति, प्रेम और करुणा को दर्शाते हैं।

अंबिका देवी की पूजा नवरात्रि के दौरान विशेष रूप से की जाती है। नवरात्रि एक नौ दिवसीय उत्सव है जो हर साल सितंबर या अक्टूबर में होता है। इस अवधि के दौरान, देवी अंबिका की भक्तिपूर्वक पूजा की जाती है। अंबिका देवी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक और धार्मिक प्रतीक हैं। वे शक्ति और प्रेम के प्रतीक हैं, और वे भक्तों को आशीर्वाद और सुरक्षा प्रदान करती हैं।

प्रेम की देवी
अम्बे माता को प्रेम की देवी भी माना जाता है। वे अपने भक्तों से बहुत प्रेम करती हैं और उनकी सभी इच्छाओं को पूरा करने का प्रयास करती हैं।
दया की देवी
अम्बे माता को दया की देवी भी माना जाता है। वे अपने भक्तों के दुखों को दूर करती हैं और उन्हें सुख और समृद्धि प्रदान करती हैं।

अम्बे माता की पूजा भारत के कई हिस्सों में की जाती है। विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान अम्बे माता की पूजा की जाती है। नवरात्रि के दौरान, भक्त नौ दिनों तक अम्बे माता की पूजा करते हैं और उनके भजन गाते हैं। अम्बे माता की पूजा करने से भक्तों को शांति और सुख मिलता है। वे अपने जीवन में खुशहाली और समृद्धि प्राप्त करते हैं।
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