साई की शरण आजा किसने तुम्हे रोका लिरिक्स Sai Ki Sharan Aaja Kisane Tumhe Roka Hai Lyrics

साई की शरण आजा किसने तुम्हे रोका लिरिक्स Sai Ki Sharan Aaja Kisane Tumhe Roka Hai Lyrics

 
साई की शरण आजा किसने तुम्हे रोका लिरिक्स Sai Ki Sharan Aaja Kisane Tumhe Roka Hai Lyrics

जो अर्श पे होते है कब फर्श पे आ जाये,
किस्मत में क्या लिखा कोई न जान पाए,
मत कर गरूर बंदे ये जिंदगी धोखा,
साई की शरण आजा किसने तुम्हे रोका,
जो अर्श पे होते है कब फर्श पे आ जाये,

दुनिया में कैसे लोगो से रिश्ते हम निभाते,
मुरदो को उठाते जिंदो को जो गिराते,
अपना नहीं है कोई है सब के सब पराये,
फिर क्यों जमाने में हम रिश्तो को निभाए ,
इक बार हम ने दिल से ना ये कभी सोचा है
साई की शरण आजा किसने तुम्हे रोका,

जितना कमा लो लेकिन कुछ साथ नहीं जाता,
सब जानते है सब कुछ दुनियां में ही रह जाता,
तन के भी तेरे कपड़े सारे उतार लेंगे,
ये कोठी बंगला गाड़ी ना तुझको साथ देंगे,
अब भी संभल या मुर्ख सुन्दर बड़ा मौका है,
साई की शरण आजा किसने तुम्हे रोका,
जो अर्श पे होते है कब फर्श पे आ जाये,

है जिंगदी खिलौना कब जाने टूट जाए,
कलयुग के समंदर में कब जाने डूब जाए,
कुछ कर्म करले ऐसे जो तेरे काम आये,
कलयुग के समंदर तू बच के निकल जाए
आ बैठे मेरे पास साई नाम की नौका है
साई की शरण आजा किसने तुम्हे रोका,
जो अर्श पे होते है कब फर्श पे आ जाये,



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