कोरा काग़ज़, काली स्याही, लिखत पढ़त वा को पढ़बा दे, कोरा काग़ज़, काली स्याही, लिखत पढ़त वा को पढ़बा दे, तू तो राम सुमिर, जग लड़बा दे, तू तो राम सुमिर, जग लड़बा दे, लड़बा दे, लड़बा दे,जग लड़बा दे, तू तो राम सुमिर, जग लड़बा दे,
Kabir Bhajan Lyrics in Hindi
हाथी चलत है, अपनी गत में, कुत्तर भूँकत वाको, भूँकवा दे, हाथी चलत है, अपनी गत में, कुत्तर भूँकत वाको, भूँकवा दे, तू तो राम सुमिर, जग लड़बा दे, तू तो राम सुमिर, जग लड़बा दे, लड़बा दे, लड़बा दे,जग लड़बा दे, तू तो राम सुमिर, जग लड़बा दे, कहत कबीर, सुनों भाई साधो,
नरक पचतवा को, पचवा दे,
कहत कबीर, सुनों भाई साधो, नरक पचतवा को, पचवा दे, तू तो राम सुमिर, जग लड़बा दे, तू तो राम सुमिर, जग लड़बा दे, लड़बा दे, लड़बा दे,जग लड़बा दे, तू तो राम सुमिर, जग लड़बा दे,
दिल को छु लेने वाला राम जी का भजन | तू तो राम सुमर जग | कबीर भजन]
Tu To Raam Sumir, Jag Ladaba De, Tu To Raam Sumir, Jag Ladaba De, Ladaba De, Ladaba De,jag Ladaba De,
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