बनी थूंई मत जाणे बना सा ऐकला रै लिरिक्स
विवाह के अवसर पर गाये जाने वाले इस गीत में दुल्हन को उसकी सखियाँ कहती है की वो ये नहीं समझे की उसका पति अकेला है , उसके पति के साथ उसका काका जो की चूड़ीदार पाजामे है वह हाकिम और हवलदार जैसा लग रहा है और कई काका किलेदार दे रूप में खड़े हैं। सभी बाराती भी मजेदार हैं। बनी तुम ऐसा मत समझो की बना अकेला हैं।
बनी, थूंई मत जाणे बना सा ऐकला रै।
झमकू, थूंई मत जाणे राइवर ऐकला रै,
साथे चूड़ीदार, चौपदार, हाकिम ने हवालदार,
कागदियों से कांमदार, काका ऊभा किल्लेदार,
भौमा ऊबा मज्जादार, सखाया सब लारोलार,
फूल बिखौरे गजरों गंधियों रै,
बनी थूंई मत जाणे बनासा एकला रै,
म्हें थांने पूछां म्हारी धीयड़ी
म्हें थांने पूछां म्हारी बालकी
इतरो बाबा जी रो लाड़, छोड़ र बाई सिध चाल्या।
मैं रमती बाबो सो री पोल
मैं रमतो बाबो सारी पोल
आयो सगे जी रो सूबटो, गायड़मल ले चाल्यो।
म्हें थाने पूंछा म्हारी बालकी
म्हें थाने पूंछा म्हारी छीयड़ी
इतरों माऊजी रो लाड़, छोड़ र बाई सिध चाल्या।
आयो सगे जी रो सूबटो
हे, आयो सगे जी रो सूबटो
म्हे रमती सहेल्यां रे साथ, जोड़ी रो जालम ले चाल्यो।
हे खाता खारक ने खोपरा
रमता सहेलियां रे साथ
मेले से हंसियों लेइ चाल्यों
हे पाक्या आवां ने आबंला
हे पाक्यां दाड़म ने दाख
म्लेइ ने फूटर मल वो चाल्यो
म्हें थाने पूंछा म्हारी धीयड़ी
इतरों बापा जी रो लाड़, छोड़ने बाई सिध चाल्या।
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