Mhe To sagalai Devta Bhentya Re Bhanwara
विवाह के अवसर पर गाये जाने वाले इस लोक गीत में देवी देवताओं की स्तुति करने से सबंधित वर्णन प्राप्त होता है जिसमे नायिका अपने देवताओं को पूजने के बारे में बताती है जिसमे प्रमुख रूप से श्री गणेश और माया जी की पूजा की जाती है ।
म्हें तो सगलाई देवता भेट्यां रे भंवरा।
म्हारे मायाजी रे तोले कोई नहीं भंवरा।
म्हे तो सगलाई कुलदेव भेंट्या रे भंवरा।
म्हारे भोपाजी रै तैल सिंदूर चढ़े रे भंवरा।
म्हें तो सगलाई देवां ने भेंट्या रे भंवरा।
म्हारे मायाजी रे तोले कोई नहीं रे भंवरा।
हालो विनायक आपां जोशीड़ा रे हांला
चौखा सा लगन लिखासां है। म्हारो बिड़द विनायक।
चालो विनायक आपां बजांजा रे हालां
चौका सा सालूडां मोलवसां हे। म्हारो विड़द विनायक।
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