कोरोना वायरस और योग Baba Ramdev Explains Ways To Control Corona Virus
कोरोना वायरस जिस तेज गति से पुरे विश्व में आगे बढ़ रहा हैउससे लगता है की हमें इस दिशा में अधिक कठोर फैसले उठाने की आवश्यकता है। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने का सबसे अहम तरीका है की हम स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा जारी निर्देशों का कड़ाई से पालन करें। योग और आयुर्वेद का कोरोना की रोकथाम के विषय पर वर्तमान समय में क्या जानकारी उपलब्ध है, इससे पहले महत्वपूर्ण है की -- इस वायरस की दवा वर्तमान समय तक उपलब्ध नहीं है और यह पुरे विश्व में महामारी की तरह से फैल रहा है, इसलिए इसकी रोकथाम का सबसे अच्छा तरीका यही है की हम पब्लिक कॉन्टेक्ट्स को कम से कम करें। जहाँ तक सम्भव हो, अपने घर पर ही रहें।
- किसी भी वस्तु को छूने के उपरान्त साबुन से अच्छे से हाथ धोएं और डिस्पोजेबल ग्लव्स का इस्तेमाल करें।
- अपने हाथों को बिना सेनेटाइज करें अपने मुंह, नाक और कान तक नहीं ले जाएँ।
- मुंह पर मास्क का उपयोग करें।
- सोशल डिस्टेंस का कड़ाई से पालन करें।
- भीड़ भाड़ और सोशल गैदरिंग से दूर रहें।
विस्तार से पढ़ें :
कोरोना वायरस की वर्तमान समय तक आयुर्वेद में कोई ज्ञात दवा उपलब्ध नहीं है और नाही एलोपेथी में इसका कोई टीका अभी तक बन पाया है। जहाँ तक आयुर्वेद में इसका इलाज ढूंढने का विषय है वह पूर्ण रूप से बचाव पर आधारित है। हम कैसे स्वंय की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करें जिससे आसानी से हमें कोई रोग नहीं लगे। यह कहना की आयुर्वेद में इसका कोई स्थाई इलाज/ठोस इलाज उपलब्ध है, उचित नहीं है। इस सबंध में विशेष है की आप किसी भी विषय को वैज्ञानिक कसौटी पर जरूर कसें। यदि किसी को शंका है की उसमें कोई लक्षण कोरोना वायरस से मिलते जुलते हैं तो उस व्यक्ति को तुरंत डॉक्टर्स की सलाह लेनी चाहिए।
योग और आयुर्वेद हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास जरूर करते हैं लेकिन यह कहना की योग और आयुर्वेद से कोरोना का इलाज किया जा सकता है, अभी इसके कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। आयुर्वेद के विषय में एक बात प्रमुख है की भारत में आयुर्वेद के विषय में उतना विकास, अनुसंधान नहीं हुआ जितना होना चाहिए था। आयुर्वेद दवाओं का जो भी ज्ञान वर्तमान समय में उपलब्ध है वह वही है जो पहले से चला आ रहा है।
सभी लोगों को चाहिए की वे सख्ती से भारत सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें। ऐसा करके हम स्वंय इस रोग की चपेट में आने से बच सकते हैं और इस रोग को फैलने से रोकने में मदद कर सकते हैं।
हम यदि घर पर रहकर योग करें तो निश्चित ही इससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होगा, जो हमें विभिन्न रोगों से लड़ने की शक्ति देता है। लेकिन योग को सीधे सीधे कोरोना वायरस के इलाज से जोड़कर देखना उचित नहीं होगा क्योंकि इस महामारी की अभी तक कोई ज्ञात योग विधि उपलब्ध नहीं है। इस विषय में बाबा राम देव जी का कहना है की कोरोना उन लोगों को जल्दी संक्रमित करता है जिन्हे अस्थमा, स्वांस सबंधी बीमारी हैं और जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है, लेकिन अभी यह कह देना की जिनका इम्यून सिस्टम दुरुस्त है उसे कोरोना वायरस अपनी चपेट में नहीं लेगा, यह उचित नहीं है। वर्तमान समय में सबसे अच्छा यही है की हम एक दूसरे से दूरी बनाएं, मास्क और ग्लव्स का उपयोग करें, जहाँ तक सम्भव हो अपने घर पर ही रहें। अपने घर पर रह कर, सावधानियों का उपयोग करते हुए यदि हम योग का अभ्यास करते हैं और आयुर्वेदिक दवाओं का उपयोग करें तो इसमें कोई हर्ज नहीं होगा।