भगवान नित्यानंद प्रभु ने मूल रूप से इस गीत का वाचन किया था। यह बंगाल का लोकप्रिय कृष्ण भजन है जिसे प्रातः कालीन राग में गाया जाता है। चैतन्य महाप्रभु का यह भजन वस्तुतः श्री कृष्ण जी को ही समर्पित है क्योंकि भक्ति काल के दौरान चैतन्य महाप्रभु श्री कृष्ण और राधा के अवतार के रूप में पकट हुए थे और लोगों में चेतना जाग्रत की। "गौरांग" से अभिप्राय है की चैतन्य महाप्रभु रंग से गौरे होने के कारन उन्हें इन्हें 'गौरांग', 'गौर हरि', 'गौर सुंदर' आदि नामों से जाना जाता है। चैतन्य महाप्रभु ने वैष्णवों के गौड़ीय संप्रदाय की आधारशिला रखी जिसने हरी सुमिरण को भजनो और गायिकी के माध्यम से लोगों तक पहुँचाने का कार्य किया।
भज गौरांगो लिरिक्स के साथ जानिये मीनिंग भी
चैतन्य महाप्रभु श्री कृष्ण जी के ही अवतार हुए हैं। दन्त कथाओं के अनुसार एक बार जब महाप्रभु जी बिहार गए तो (गया स्थान पर) इनकी मुलाक़ात जब एक संत जिनका नाम ईश्वरपुरी जी हुई तभी से वे श्री कृष्ण जी के नाम का जाप करने लगे। तब से लेकर आजीवन वे इसी नाम का जाप करते रहे और श्री कृष्ण के प्रति लोगों में चेतना को जाग्रत करने का कार्य किया।
गोराँगा के नाम का जाप करो, सुमिरन करो। और गौरांगो कहते रहो। Chant Gauranga, लहा गौरांगेरो नाम रे, Speak about Gaourango only. जेई जना गौरंगा भाजे, जो भी जन गौरांगो के नाम का सुमिरण करते हैं, गौरांगो के नाम का जाप करते हैं। Those who worship Gaourango, सेई होय अमारा प्राण रे,
Bangla Folk Songs Lyrics Hindi,Krishna Bhajan Lyrics Hindi
वह (जो गौरांगो के नाम का जाप करते हैं) मेरा जीवन और आत्मा हैं। Those who worships gourango is indeed my lif and soul. गौरांगा बुलियाँ दू बाहू तुलिया, गौरंगा का सुमिरन और नाम जाप करने के लिए बाहर निकलो और दोनों हाथ उठा कर नाचते हुए जाप करें नचियाँ नचियाँ बेराओ रे,
और बेखबर हो झूम कर नाचें। गौरांगा भजी ले, गौरांगा जोपी ले,होय, गौरंगा को भज ले, नाम जाप कर ले, दुखयेरो अबोशान रे, गौरंगा को जप ले जिससे सभी दुःख और संताप स्वतः ही दूर हो जाएंगे।
भगवान गौरांग की पूजा करें! गौरांग का जाप करें! भगवान गौरांग के बारे में ही बोलें! जो लोग भगवान गौरांग की पूजा और सेवा करते हैं वे वास्तव में मेरे जीवन और आत्मा हैं, ऐसे लोगो के सभी दुःख दर्द दूर हो जाते हैं। भाव है की जो श्री कृष्ण के नाम का नाम जाप करते हैं, नाम को भजते हैं, वो ही जीवन के सार को प्राप्त कर पाते हैं। श्री कृष्ण जी का यह महामंत्र है। जो भक्त हमें अत्यन्त प्रिय हैं वे सभी भगवान गौरांग को भी अत्यन्त प्रिय हैं।
jei jan bhaja gauranga bhaje, sei hoy amara prana re gaurango boliya du bahu tuliya nachiya nachiya berao re gaurango bhajile gaurango jopile hoy dukhyero aboshaan re भज गौरांग कहो गौरांग लहो गौरांगेर नाम रे जेई जन गौरांग भजे से होय अमार प्रांण रे ।। भज गौरांग कहो गौरांग लहो गौरांगेर नाम रे गौरांग भजले गौरांग जपले होय दुखयरो अवोशान रे भज गौरांग कहो गौरांग लहो गौरांगेर नाम रे ।। गौरांग वोलिया दु बाहु तूलिया नाचिया नाचिया वेड़ाव रे भज गौरांग कहो गौरांग लहो गौरांगेर नाम रे ।।
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें।