रामायण टाइटल सांग लिरिक्स Ramayan Title Song Lyrics सीता राम चरित अति पावन लिरिक्स

रामायण टाइटल सांग लिरिक्स Ramayan Title Song Lyrics सीता राम चरित अति पावन लिरिक्स

 
रामायण टाइटल सांग लिरिक्स Ramayan Title Song Lyrics सीता राम चरित अति पावन लिरिक्स

सीता राम चरित अति पावन
मधुर सरस और अति मन भावन
पुनि पुनि कितने हो सुने सुनाये
हिये की प्यास बुझत ना बुझाये
सीता राम चरित अति पावन
मधुर सरस और अति मन भावन
मंगल भवन अमंगल हारी
द्रबहु सुदसरथ अचर बिहारी
राम सिया राम सिया राम जय जय राम - २
हो, होइ है वही जो राम रचि राखा
को करे तरफ़ बढ़ाए साखा
हो, धीरज धरम मित्र अरु नारी
आपद काल परखिये चारी
हो, जेहिके जेहि पर सत्य सनेहू
सो तेहि मिलय न कछु सन्देहू
हो, जाकी रही भावना जैसी
रघु मूरति देखी तिन तैसी
रघुकुल रीत सदा चली आई
प्राण जाए पर वचन न जाई
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
हो, हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता
कहहि सुनहि बहुविधि सब संता
राम सिया राम सिया राम जय जय राम


ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.

ऐसे ही अन्य मधुर भजन देखें 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।  
 
 
लव कुश यह नहीं जानते थे कि राम ही उनके पिता है परन्तु माँ सीता लव और कुश को राम के बारे में इस गीत में बताती हैं। और वही गीत लव कुश राम के सम्मुख सुनाते है. यह गीत आप कह सकते है पुरे रामायण का सार है, जिसमे राम जी के बचपन के राज पाट से लेकर वनवास, हनुमान मिलन, सीता माँ की खोज, रावण वध , अयोध्या का दीपावली यह सब सम्मिलित है|

स्वर : कविता कृष्णमूर्ति, हेमलता, रविन्द्र जैन
गीत : रवीन्द्र जैन
संगीत : रवीन्द्र जैन
Singers : Kavita Krishnamurthy, Hemlata and Ravindra Jain
Lyrics : Ravindra Jain
Music : Ravindra Jain 

आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं

एक टिप्पणी भेजें