शिव शंकर मेरे डमरू आले भजन

शिव शंकर मेरे डमरू आले भजन

 
शिव शंकर मेरे डमरू आले लिरिक्स Shiv Shankar Mere Damaru Aale Lyrics

शिव शंकर मेरे डमरू आले,
गळ में नाग लिपट रहे काळे,
अंग भभूत रमाते हो,
माँ गौरा के मन भाते हो,

शीश जटां में गंग बिराजै,
तीन लोक में डमरुँ बाजे,
तांडव नाच दिखाते हो,
माँ गौरा के मन भाते हो,

भाँग धतूरा पीवे हो प्याला,
तन पे ओढ़े हो मृगछाला,
ऐसा रूप बनाते हो,
माँ गौरा के मन भाते हो,
माँ गौरा के मन भाते हो,

कैलाश परबत पे आसन लाया,
जब भोळे ने ध्यान लगाया,
त्रिलोकी नाथ कहलाते हो,
माँ गौरा के मन भाते हो,
माँ गौरा के मन भाते हो,

शिव शंकर कैलाश के वाशी,
मैं शक्ति तेरे चरणों की दासी,
दिल में तुम्हीं समाते हो,
माँ गौरा के मन भाते हो,
माँ गौरा के मन भाते हो,
 शिव शंकर मेरे डमरू आले,
गळ में नाग लिपट रहे काळे,
अंग भभूत रमाते हो,
माँ गौरा के मन भाते हो,


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शिव भजन - मेरे शंकर डमरू वाले मेरी नैया है तेरे हवाले || Shiv Bhajan || Bholenath Bhajan
Song Name:- शिव भजन - मेरे शंकर डमरू वाले मेरी नैया है तेरे हवाले ||
Shiv Bhajan || Bholenath Bhajan
Singer Name:- Gayatri
Lyrics :- Dr.Deep
Music:- Dr.Deep 

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