हरि आप हरो जन री भीर हिंदी मीनिंग Hari Aap Haro Jan Ree Bheer Hindi Meaning

हरि आप हरो जन री भीर हिंदी मीनिंग Hari Aap Haro Jan Ree Bheer Hindi Meaning

 
हरि आप हरो जन री भीर हिंदी मीनिंग Hari Aap Haro Jan Ree Bheer Hindi Meaning

हरि आप हरो जन री भीर।
द्रोपदी री लाज राखी, आप बढ़ायों चीर।
भगत कारण रूप नरहरि, धरयो आप सरीर।
बूढ़तो गज राज राख्यों, काटी कुञ्जर पीर।
दासी मीराँ लाल गिरधर, हरो म्हारी भीर।।

Hari Aap Haro Jan Ree Bheer.
Dropadee Ree Laaj Raakhee, Aap Badhaayon Cheer.
Bhagat Kaaran Roop Narahari, Dharayo Aap Sareer.
Boodhato Gaj Raaj Raakhyon, Kaatee Kunjar Peer.
Daasee Meeraan Laal Giradhar, Haro Mhaaree Bheer..

मीरा बाई के पद के शब्दार्थ Word Meaning of Meera Bai Pad Hari Aap Haro Jan Ree Bheer

  • हरि - श्री कृष्ण भगवान्
  • जन - भक्त जन
  • भीर - दुख- दर्द संकट
  • लाज - इज्जत, लाज रखना.
  • चीर - साड़ी, वस्त्र/कपड़ा
  • नरहरि - नरसिंह अवतार (श्री कृष्ण का नर हरी का अवतार)
  • सरीर - शरीर
  • गजराज - हाथियों का राजा ऐरावत
  • कुञ्जर - हाथी
  • काटी - मारना, वध करना
  • लाल गिरधर - श्री कृष्ण भगवान्
  • म्हारी - हमारी/स्वंय की
मीरा बाई पद का हिंदी मीनिंग : परम श्री कृष्ण भक्त मीरा बाई इश्वर से विनती करती हैं की हे इश्वर आप ही हम भक्तों की लाज रखो, आप ही हम भक्तों के संकटों को दूर करो। हरी से विनती है की जैसे आपने दौपदी की लाज रखी और दुष्ट दुषाषन के वस्त्र हरण के वक़्त आपने ही वस्त्र को लम्बा किया था. भक्त प्रहलाद को बचाने के लिए आपने नर हरी का रूप धारण किया था और आपने ही भगवान इंद्र के वाहन ऐरावत हाथी को मगरमच्छ के चंगुल से मुक्त किया था. ऐसे ही जैसे आपने द्रोपदी, भक्त प्रहलाद और गजराज की लाज बचाई थी वैसे ही आप मेरे (मीरा बाई) के संकटों को दूर कर दो.


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Meera Ke Pad - Hari Aap Haro Jan Ri Bheer मीरा के पद अर्थ सहीत (in Hindi with Meanings) by Sunita Sheoran For SuccessCDs Education Channel.
 
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4 Comments
  • Anuj Asthana
    Anuj Asthana 3/17/2021

    आपके समझाने का तरीका बहुत ही सरल होने के बावजूद एकदम सटीक है।

  • लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`
    लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` 10/02/2021

    एक बात यहाँ कहना चाहती हूँ कि इंद्र के हाथी ऐरावत की बात नहीं कर रहीं मीरा बाई बल्कि गजेंद्र मोक्ष कथा में जो हाथी का पैर मगरमच्छ के मुँह में जकड़ा हुआ है वह हाथी अपने पूर्व जन्म के सत्कर्म की स्मृति से हरि नारायण बोल रहा है उसके प्राण बचाने स्वयं नारायण महाविष्णु भगवान गरुड़ पर सवार हो कर आते हैं - यह मीरा जी ने गाया है

  • Unknown
    Unknown 2/07/2022

    bahut khubsurat

  • बेनामी
    बेनामी 6/08/2022

    बिल्कुल सही कहा इसी कथा का चित्रण हरिद्वार के मंदिर में देखा जा सकता है।

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