थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ ज्यासी लिरिक्स Thari Kaaya Ro Gulabi Rang Ud Jaasi Lyrics

थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ ज्यासी लिरिक्स Thari Kaaya Ro Gulabi Rang Ud Jaasi Lyrics


Latest Bhajan Lyrics

राजस्थानी भाषा का यह चेतावनी भजन, कबीर साहेब की वाणी से प्रेरित है और विचारों का द्रष्टव्य है। भजन का भाव संक्षिप्त में निचे दिया गया है।
थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ ज्यासी,
थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ ज्यासी,
उड़ जासी रे फिको पड़ जासी,
उड़ जासी रे फिको पड़ जासी,
थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ जासी।
तुम्हारी काया का गुलाबी रंग एक रोज उड़ जाएगा, एक रोज फ़ीका पड जाएगा। The pink color of your body will fly one day, fade one day. Egoism on this body (Human Body) is futile.

हरा हरा रूंखड़या (पेड़) खड़्या रे बाग में,
हरा हरा रूंखड़या खड़्या रे बाग में,
पान फूल एक दिन झड़ जासी,
पान फूल एक दिन झड़ जासी रे,
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी,
थारी कायां रो गुलाबी रंग उड़ जासी,
थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ ज्यासी।
बाग़ बग़ीचे में आज जो हरे वृक्ष खड़े हैं, उनके पत्ते (पान ) और फूल एक रोज झड़ जायेगे। One day the leaves of green trees will fall. The pink color of your body will fly one day, fade one day. Egoism on this body (Human Body) is futile.
 
सूरज उगीयो ने दोपारा मे तपियों,
सूरज उगीयो दोपारा मे तपीयो,
साँझ पड्या सूरज ढ़ल जासी,
सांझ पड्या सूरज ढल जासी,
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी,
थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ जासी।
सूरज उदय होता है, दोपहर को खूब तपता है लेकिन सांझ पड़े वह डूब जाता है. The sun rises, heats a lot in the afternoon, but it sinks in the evening. The pink color of your body will fly one day, fade one day. Egoism on this body (Human Body) is futile.

रैन बसेरो पंछी कीन्हों,
रैन बसेरो पंछी कीन्हों,
भोर भई रे पंछी उड़ जासी,
भोर भई रे पंछी उड जासी,
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी,
थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ जासी।
पक्षी रात्रि के लिए किसी पेड़ में आसरा लेता है और सुबह होते ही उड़ जाता है। The bird takes shelter in a tree for the night and flies away in the morning. The pink color of your body will fly one day, fade one day. Egoism on this body (Human Body) is futile.

जगत सिनेमा देख ले भाई,
जगत सिनेमा देख ले भाई,
खेल खत्म होया घर जासी,
खेल खत्म होया घर जासी,
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी,
थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ जासी।
संसार एक भाँती से सिनेमा की तरह से है, सिनेमा ख़त्म होने पर घर को ही आना है। The world is like cinema , we have to come home after the cinema ends. The pink color of your body will fly one day, fade one day. Egoism on this body (Human Body) is futile.

ओ तन है रै पानी रो पतासो,
ओ तन रै भाई पानी रो पतासो,
पानी रो पतासो बीरा गळ जासी,
पानी रो पतासो बीरा गळ जासी,
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी,
थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ जासी।
यह तन पताशे (चीनी से बनी मिठाई जो पानी के संपर्क में आने पर पानी में घुल जाती है ) की भाँती है जिसे एक दिन पानी में ही मिल जाना है। Human Body is like Patasha (sugar-made sweet which dissolves in water when it comes in contact with water) which has to be mixed with water one day. The pink color of your body will fly one day, fade one day. Egoism on this body (Human Body) is futile.

धरम कमाई कर ले रे भाई,
धरम कमाई कर ले रे भाई,
धरम कमाई थारे सागे ज्यासी,
ओ थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ ज्यासी,
थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ ज्यासी,
उड़ जासी रे फिको पड़ जासी,
उड़ जासी रे फिको पड़ जासी,
थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ जासी।
इस जीवन की असली कमाई "धर्म कमाना"है। नेकी के काम करना ही जीवन का उद्देश्य है। The real earning of this life is Righteous works for humanity. The purpose of life is to do good work. 


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