आली री पलकन लागी मोरी लिरिक्स Aali Ri Palkan Lagi Mori Lyrics Raag Rageshree
आली री पलकन लागी मोरी
जबसे शाम सिधारे ।
छिन छिन बितत जुग सम लागत
कैसे बिताऊ सांज सवेरे ॥
स्थाई : देखो शाम गेहलिनी
बैंय्या मोरी ।
अंतरा : ऐसो धीट नंद को छैला
बाट तकत रोके गैला
कहाँ करू मोरी आली ॥
जबसे शाम सिधारे ।
छिन छिन बितत जुग सम लागत
कैसे बिताऊ सांज सवेरे ॥
स्थाई : देखो शाम गेहलिनी
बैंय्या मोरी ।
अंतरा : ऐसो धीट नंद को छैला
बाट तकत रोके गैला
कहाँ करू मोरी आली ॥
Aalee Ree Palakan Laagee Moree
Jabase Shaam Sidhaare .
Chhin Chhin Bitat Jug Sam Laagat
Kaise Bitaoo Saanj Savere .
Sthaee : Dekho Shaam Gehalinee
Bainyya Moree .
Antara : Aiso Dheet Nand Ko Chhaila
Baat Takat Roke Gaila
Kahaan Karoo Moree Aalee .
राग रागे श्री
यह अत्यंत मधुर राग की श्रेणी का राग है। संगीत शास्त्रों के अनुसार राग रागेश्री में निषाद शुद्ध और निषाद कोमल का उपयोग होता है। वर्तमान में इस राग में सिर्फ कोमल निषाद ही उपयोग में लाया जाता है तथा शुद्ध निषाद का प्रयोग बहुत ही अल्प रूप में दिखाई देता है।
स्वर -आरोह में रिषभ व पंचम वर्ज्य, अवरोह में पंचम वर्ज्य। निषाद कोमल। शेष शुद्ध स्वर।
जाति -औढव - षाढव
थाट -खमाज
वादी/संवादी -गंधार/निषाद
समय -रात्रि का द्वितीय प्रहर
विश्रांति स्थान - ग; म; ध;
मुख्य अंग - ,नि१ ,ध ,नि१ सा ; ग म रे सा ; ग म ध नि१ ध म ; ग म रे सा;
आरोह-अवरोह -सा ग म ध नि१ सा' - सा' नि१ ध म ग म रे सा;
Raga: Raga Rageshree Taal: Teentaal(Vilambit) Ektaal(Drut) Composition: Aali ree Palkan Laagee Moree Dekho Shyam Gehalinee Composer: Aali ree Palkan Laagee Moree : Gaansaraswati Kishori Amonkar Vocalist : Gaansaraswati Padma Vibhushan Smt. Kishori Amonkar Style : Jaipur-Atrauli Gharana Tanpura and Vocal Support : Smt. Nandini Bedekar Tejashree Amonkar Tabla : Shri. Bharat Kamat Violin : Shri. Milind Raikar Harmonium : Shri Suyog Kundalkar
यह अत्यंत मधुर राग की श्रेणी का राग है। संगीत शास्त्रों के अनुसार राग रागेश्री में निषाद शुद्ध और निषाद कोमल का उपयोग होता है। वर्तमान में इस राग में सिर्फ कोमल निषाद ही उपयोग में लाया जाता है तथा शुद्ध निषाद का प्रयोग बहुत ही अल्प रूप में दिखाई देता है।
स्वर -आरोह में रिषभ व पंचम वर्ज्य, अवरोह में पंचम वर्ज्य। निषाद कोमल। शेष शुद्ध स्वर।
जाति -औढव - षाढव
थाट -खमाज
वादी/संवादी -गंधार/निषाद
समय -रात्रि का द्वितीय प्रहर
विश्रांति स्थान - ग; म; ध;
मुख्य अंग - ,नि१ ,ध ,नि१ सा ; ग म रे सा ; ग म ध नि१ ध म ; ग म रे सा;
आरोह-अवरोह -सा ग म ध नि१ सा' - सा' नि१ ध म ग म रे सा;
Raga: Raga Rageshree Taal: Teentaal(Vilambit) Ektaal(Drut) Composition: Aali ree Palkan Laagee Moree Dekho Shyam Gehalinee Composer: Aali ree Palkan Laagee Moree : Gaansaraswati Kishori Amonkar Vocalist : Gaansaraswati Padma Vibhushan Smt. Kishori Amonkar Style : Jaipur-Atrauli Gharana Tanpura and Vocal Support : Smt. Nandini Bedekar Tejashree Amonkar Tabla : Shri. Bharat Kamat Violin : Shri. Milind Raikar Harmonium : Shri Suyog Kundalkar
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
ऐसे ही अन्य मधुर भजन देखें
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
Blissful Rendition of Raag Rageshree by Gaansaraswati Kishori Amonkar live at Ravidra Natya Mandir, Mumbai on 19th Nov 2010.
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
- श्री गुरु पादुका स्तोत्रम् Shri Guru Paduka Stotram Bhajan Lyrics
- जोगी तुर चले भजन लिरिक्स Jogi Tur Challe Bhajan Lyrics
- स्वामी तेरी इनायत ने क्या करिश्मा कर दिया लिरिक्स Swami Teri Inayat Ne Karishma Kar Diya Lyrics
- बंदे क्यां की करे मरोड़ बता क्यों छाती ताणे स लिरिक्स Bande Kya Ki Kare Marod Lyrics
- बापा राम नाम के हीरे मोती लिरिक्स Bapa Ram Naam Ke Heere Moti Lyrics
- हरी का भजन कर सुख पा ले लिरिक्स Hari Ka Bhajan Kar Sukh Pa Le Lyrics