कबीर गुर गरवा मिल्या मीनिंग कबीर के दोहे

कबीर गुर गरवा मिल्या मीनिंग Kabir Gur Garva Milya Hindi Meaning Kabir Ke Dohe Kabir Ke Dohe Hindi Arth Sahit/Kabir Sakhi Hindi Bhavarth

 
कबीर गुर गरवा मिल्या, रलि गया आटैं लूँण।
जाति पाँति कुल सब मिटै, नांव धरोगे कौण॥

Kabeer Gur Garava Milya, Rali Gaya Aatain Loonn.
Jaati Paanti Kul Sab Mitai, Naanv Dharoge Kaun.
 
कबीर गुर गरवा मिल्या, रलि गया आटैं लूँण। जाति पाँति कुल सब मिटै, नांव धरोगे कौण॥
 

कबीर के दोहे के शब्दार्थ : Kabir Ke Dohe Word Meaning
 
गरवा -गौरवशाली
रलि गया -मिल गया.
आटैं -आटा.
लूँण-नमक.
नांव-नाम
धरोगे - रखोगे.
कौण-कौन.

कबीर के दोहे का हिंदी मीनिंग: कबीर साहेब की वाणी है की मुझे गौरवशाली/ज्ञानी गुरु की प्राप्ति हो गई है. आत्मज्ञानी और तत्वज्ञानी से परिपूर्ण गुरु की प्राप्ति के उपरान्त साधक और गुरु ऐसे मिल गए हैं जैसे आटे के संग नमक मिल जाता है. जैसे आटे में नमक एकाकार हो जाता है ऐसे ही साधक अपने गुरु के ज्ञान से एकाकार हो गया है. साधक गुरु के ज्ञान (चतैन्य ज्ञान) में लीन हो गया है. साधक अब सामाजिक और दैहिक रूप से मुक्त हो चूका है, ऐसे में उसका क्या नामकरण किया जाए, क्या सामजिक पहचान दी जाए. साधक की जाति, सामाजिक पहचान मिट चुकी हैं. जब तक 'अहम' है तब तक व्यक्ति स्वंय को मायाजनित पहचान से जोड़ता है. जब भ्रम समाप्त हो जाता है तो व्यक्तिगत पहचान भी समाप्त हो जाती है।
 
यहाँ भरयो राम रस कांसो, रे भँवरा,
तू मत जाजे रे प्यासो, हां रे,
यो राम रस मोले न बिके, बह रह्यों बारह मासो, हाँ रे
सुगुरा होय सो भर भर पीवे, वी नुगुरा जावे रे प्यासों,
रे भँवरा, तू मत जाजे रे प्यासों।

लागी बजरियाँ तू सौदा रे कर ले, पाव रत्ती चाहे मासों,
सौदागिर (सौदागर) ने सौदा रे कर लिया, मूरख फिरे उदासों,
रे भँवरा, तू मत जाजे रे प्यासों।

इस तकड़ी में फेर नही कोई, सन्त होई ने देखो
तन की तराजू में तोली के देखो, पाव घटे ना मासो
रे भँवरा, तू मत जाजे रे प्यासों।

राम रतन धन सामें रे भरया, चतुर होई ने चाखों,
कहे कबीर सुनो नर भेदी, मूरख जावे प्यासो
रे भँवरा, तू मत जाजे रे प्यासों।

Yahaan Bharayo Raam Ras Kaanso, Re Bhanvara,
Too Mat Jaaje Re Pyaaso, Haan Re,
Yo Raam Ras Mole Na Bike, Bah Rahyon Baarah Maaso, Haan Re
Sugura Hoy So Bhar Bhar Peeve, Vee Nugura Jaave Re Pyaason,
Re Bhanvara, Too Mat Jaaje Re Pyaason.

Laagee Bajariyaan Too Sauda Re Kar Le, Paav Rattee Chaahe Maason,
Saudaagir (Saudaagar) Ne Sauda Re Kar Liya, Moorakh Phire Udaason,
Re Bhanvara, Too Mat Jaaje Re Pyaason.

Is Takadee Mein Pher Nahee Koee, Sant Hoee Ne Dekho
Tan Kee Taraajoo Mein Tolee Ke Dekho, Paav Ghate Na Maaso
Re Bhanvara, Too Mat Jaaje Re Pyaason.

Raam Ratan Dhan Saamen Re Bharaya, Chatur Hoee Ne Chaakhon,
Kahe Kabeer Suno Nar Bhedee, Moorakh Jaave Pyaaso
Re Bhanvara, Too Mat Jaaje Re Pyaason.
Kabir Gur Garva Milya, Rali Gaya Aate Loon,
Jaati Paanti Kul Sab Mite, Nanv Dharoge Koun.

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