कबीर सूता क्या करै सुताँ होइ अकाज मीनिंग Kabir Suta Kya Kare Meaning

कबीर सूता क्या करै सुताँ होइ अकाज मीनिंग Kabir Suta Kya Kare Meaning, Kabir Dohe in Hindi, Kabir Doha Hindi Meaning, Kabir Doha Hindi Arth/Bhavarth Sahit.

कबीर सूता क्या करै, सुताँ होइ अकाज।
ब्रह्मा का आसण खिस्या, सुणत काल को गाज।
Kabir Suta Kya Kare, Suta Hoi Akaaj,
Brahma Ka Aasan Khiskya, Sunat Kaal Ko Gaaj.

कबीर दोहा हिंदी शब्दार्थ Kabir Doha Word Meaning.
 
कबीर सूता क्या करै-अज्ञान की निंद्रा में व्यस्त हो।
सुताँ होइ- सोने से होगा।
अकाज-हानि।
ब्रह्मा का आसण- ब्रह्मा जी का आसन।
खिस्या-डोलना, खिसकना।
सुणत-सुनकर।
काल को गाज-काल की गर्जना।
कबीर दोहा हिंदी मीनिंग :
काल की गर्जना से जगत के निर्माता ब्रह्मा जी का भी आसन डोलने लग जाता है। इसलिए क्यों अज्ञान की निंद्रा में पड़े हो, उठो और हरी के नाम का सुमिरण करो।
माया के भ्रम के कारण जीवात्मा अज्ञानता की निंद्रा में पड़ी रहती है। कबीर साहेब कहते हैं की इससे हानि ही होने वाली है। काल की गर्जना सुनकर तो जगत के निर्माता और नियामक साक्षात ब्रह्मा जी भी विचलित हो जाते हैं, तो तुम क्या कर सकते हो। भाव है की काल सर के ऊपर मंडरा रहा है जो कभी भी जीवात्मा को अपना शिकार बना लेता है। इसलिए हरी के नाम का सुमिरण करना ही लाभकारी है। 

Kabir Doha (Couplet) Meaning in English : With the roar of Kaal, the posture of the creator of the world, Brahma ji, starts to shake. So why are you in the sleep of ignorance, get up and Chant the Hari Nama (Hari Name Sumiran). Death can make you a prey at any time, so chant the name of the Lord. This is the way to salvation.
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