बिसर गई सब तात पराई मीनिंग Bisar Gai Sab Taat Paraai Meaning, Shabad by Jagjit Singh Meaning
संतजन और ईश्वर के सानिध्य के अभाव में जीवात्मा वैर भाव से ग्रसित रहती है। अपने निर्मल हृदय में विकारों को स्थान देकर वह स्वंय कलुषित हो उठती है। ऐसी स्थिति में वह अपने मूल उद्देश्य को विस्मृत कर देते है। जब जीवात्मा संतजन के सानिध्य में आती है तो वह समस्त विकारों यथा ईर्ष्या और द्वेष को भी त्याग देती है और पुनः निर्मल हृदय की बन जाती है।
ऐसी अवस्था को प्राप्त करने के बाद अपने पराये का भेद समाप्त हो जाता है। उसके हृदय में सभी के लिए प्रेम भर जाता है। सकल संसार ही उसे अपना लगने लगता है। ईश्वर का हर कार्य उसे ठीक लगता है। यह सद्बुद्धि संतजन के सानिध्य से ही प्राप्त होती है। पूर्ण परमात्मा की छवि को निहार कर गुरु नानक जी प्रशन्न होते हैं।
बिसर गई सब तात पराई,
जब ते साध संगत मोहे पाई,
ना कोई बैरी नहीं बेगाना,
सगल संग हमको बन आई,
बिसर गई सब तात पराई,
बिसर गयी सब तात पराई।
जो प्रभु कीन्हो सो भल मान्यो,
एह सुमत साधु ते पाई,
बिसर गई सब तात पराई,
बिसर गयी सब तात पराई।
सब में रव रहिया प्रभु एको,
पेख पेख नानक बिगसाई,
बिसर गई सब तात पराई,
बिसर गयी सब तात पराई।
जब ते साध संगत मोहे पाई,
ना कोई बैरी नहीं बेगाना,
सगल संग हमको बन आई,
बिसर गई सब तात पराई,
बिसर गयी सब तात पराई।
जो प्रभु कीन्हो सो भल मान्यो,
एह सुमत साधु ते पाई,
बिसर गई सब तात पराई,
बिसर गयी सब तात पराई।
सब में रव रहिया प्रभु एको,
पेख पेख नानक बिगसाई,
बिसर गई सब तात पराई,
बिसर गयी सब तात पराई।
बिसर गई सब तात पराई मीनिंग Bisar Gai Sab Taat Paraai Meaning, Shabad by Jagjit Singh Meaning
बिसर गई सब तात पराई : मैं दूसरों के प्रति अपने हृदय में वास करने वाली द्वेष भावना और ईर्ष्या को पूर्ण रूप से भूल चूका हूँ।जब ते साध संगत मोहे पाई : जब से मैंने संतजन (साधजन/साधू ) का सानिध्य पाया है।
ना कोई बैरी नहीं बेगाना : अब मेरा कोई दुश्मन नहीं है और नाहीं कोई मेरे लिए अपना बेगाना है।
सगल संग हमको बन आई : अब मैं सभी के साथ हूँ।
बिसर गई सब तात पराई : सभी दुश्मनी के भावों को बिसरा चूका हूँ।
जो प्रभु कीन्हो सो भल मान्यो : जो ईश्वर किया है वह भला ही किया है।
एह सुमत साधु ते पाई :यह सुमति मुझे संतजन के सानिध्य से प्राप्त हुई है।
बिसर गई सब तात पराई : सभी दुश्मनी के भावों को बिसरा चूका हूँ।
सब में रव रहिया प्रभु एको : सभी के हृदय में एक ही ईश्वर का वास है।
पेख पेख नानक बिगसाई : उन्हें (पूर्ण परमात्मा) को देख देख कर नानक जी हर्षित होते हैं।
बिसर गई सब तात पराई : मैं दूसरों के प्रति अपने हृदय में वास करने वाली द्वेष भावना और ईर्ष्या को पूर्ण रूप से भूल चूका हूँ।
Bisar gayi sabh taat parayi / traduit en français / English / Jagjeet Singh
Bisar Gaya Sab Taat Paraai,
Jab Te Dukh Sangat Mohe Paaya,
Na Koi Bairee Nahin Begaana,
Sagal Sang Hamako Ban Aaee,
Bisar Gaya Sab Taat Paraai,
Bisar GayiSab Taat Paraai
Jo Prabhu Keenho So Bhal Maanyo,
Eh Sumat Saadhu Te Paaya,
Bisar Gaya Sab Taat Paraai,
Bisar GayiSab Taat Paraai
Sab Mein Rav Rahiya Prabhu Eko,
Pekh Pekh Naanak Bidaee,
Bisar Gaya Sab Taat Paraai,
Bisar GayiSab Taat Paraai
Jab Te Dukh Sangat Mohe Paaya,
Na Koi Bairee Nahin Begaana,
Sagal Sang Hamako Ban Aaee,
Bisar Gaya Sab Taat Paraai,
Bisar GayiSab Taat Paraai
Jo Prabhu Keenho So Bhal Maanyo,
Eh Sumat Saadhu Te Paaya,
Bisar Gaya Sab Taat Paraai,
Bisar GayiSab Taat Paraai
Sab Mein Rav Rahiya Prabhu Eko,
Pekh Pekh Naanak Bidaee,
Bisar Gaya Sab Taat Paraai,
Bisar GayiSab Taat Paraai