अवध से आज मिथला में, लुटाने प्यार आये हैं, अवध से आज मिथला में, लुटाने प्यार आये है। सजे सेहरे में देखो, साँवले सरकार आए हैं, अवध से आज मिथला में, लुटाने प्यार आये हैं।
भ्रमर से काली काली तिखरी, घूँघर वाली अलकों पर, छटा छहराते मोरी की, छयल दिलदार आये हैं, अवध से आज मिथला में, लुटाने प्यार आये हैं।
जमीं का ज़र्रा ज़र्रा है, नहाया चाँदनी में आज, के मिथला कास पूनम,
चंदा चार आए हैं, अवध से आज मिथला में, लुटाने प्यार आये हैं।
भले दाता जगत के हैं, शिरोमणि दानियों में हैं, ग्रहीता आज बन के ये, जनक दरबार आए हैं, अवध से आज मिथला में, लुटाने प्यार आये हैं।
ऋचाएं वेद की प्रताप, जो सुन कर के अघाते हैं, वे सुनने रस भरी गारी , यहाँ ससुरार आये है अवध से आज मिथला में, लुटाने प्यार आये हैं।
अवध से आज मिथला में,
Rajan Ji Maharaj Bhajan Lyrics
लुटाने प्यार आये हैं, अवध से आज मिथला में, लुटाने प्यार आये है। सजे सेहरे में देखो, साँवले सरकार आए हैं, अवध से आज मिथला में, लुटाने प्यार आये हैं।
पूज्य राजन जी- अवध से आज मिथिला में लूटाने प्यार आये हैं। संपर्क सूत्र- +919831877060,
Bhramar Se Kaali Kaali Tikhari, Ghunghar Vaali Alakon Par, Chhata Chhaharaate Mori Ki, Chhayal Diladaar Aaye Hain, Avadh Se Aaj Mithala Mein, Lutaane Pyaar Aaye Hain.
Jamin Ka Zarra Zarra Hai, Nahaaya Chaandani Mein Aaj, Ke Mithala Kaas Punam, Chanda Chaar Aae Hain, Avadh Se Aaj Mithala Mein, Lutaane Pyaar Aaye Hain.
Bhale Daata Jagat Ke Hain, Shiromani Daaniyon Mein Hain, Grahita Aaj Ban Ke Ye, Janak Darabaar Aae Hain, Avadh Se Aaj Mithala Mein, Lutaane Pyaar Aaye Hain.
Rchaen Ved Ki Prataap, Jo Sun Kar Ke Aghaate Hain, Ve Sunane Ras Bhari Gaari , Yahaan Sasuraar Aaye Hai Avadh Se Aaj Mithala Mein, Lutaane Pyaar Aaye Hain.