बड़ी दूर से चलकर आया हूँ

बड़ी दूर से चलकर आया हूँ भजन

बड़ी दूर से चलकर आया हूँ,
मेरे दादा तेरे दर्शन के लिए,
बड़ी दूर से चलकर आया हूँ,
मेरे दादा तेरे दर्शन के लिए,
एक फुल गुलाब का लाया हूँ,
चरणों में तेरे रखने के लिए।

ना रौली मोली चावल है,
ना धन दौलत की थैली है,
दो आंसू बचाकर लाया हूं,
बस पूजा तेरी करने के लिए,
बड़ी दूर से चलकर आया हूँ,
मेरे दादा तेरे दर्शन के लिए।

ना रंगमहल की अभिलाषा,
ना इच्छा सोने चांदी की,
तेरी दया की दौलत काफी है,
बस झोली मेरी भरने के लिए,
बड़ी दूर से चलकर आया हूँ,
मेरे दादा तेरे दर्शन के लिए।

मेरे दादा इच्छा नहीं मेरी,
अब यहाँ से वापस जाने की,
चरणों में जगह दे दो थोड़ी,
मुझे जीवनभर रहने के लिए,
बड़ी दूर से चलकर आया हूँ,
मेरे दादा तेरे दर्शन के लिए।

बड़ी दूर से चलकर आया हूँ,
मेरे दादा तेरे दर्शन के लिए,
बड़ी दूर से चलकर आया हूँ,
मेरे दादा तेरे दर्शन के लिए,
एक फुल गुलाब का लाया हूँ,
चरणों में तेरे रखने के लिए।

Badi Dur Se Chalkar Aaya Hu Mere Dada Tera Darshan Ke Liye || बड़ी दूर से चलकर आया हूं | Jain Song

Badi Dur Se Chalakar Aaya Hu,
Mere Baaba Tere Darshan Ke Lie,
Mere Baaba Tere Darshan Ke Lie,
Ek Phul Gulaab Ka Laaya Hu,
Charanon Mein Tere Arpan Ke Lie,
Badi Dur Se Chalakar Aaya Hu,
Mere Baaba Tere Darshan Ke Lie. 
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