कई दिन पाछे खुल्यो थारो दरबार भजन
कई दिन पाछे खुल्यो थारो दरबार भजन
कई दिन पाछे खुल्यो थारो दरबार,जी भर कर देखा थाने,
म्हे तो बाबा श्याम।
जी भर कर देखा थाने,
म्हे तो बाबा श्याम।
चलो रे भाया श्याम धणी के द्वार,
जठे मिलेगो हारे को साथी,
बाबा श्याम,
जी भर कर देखा थाने,
म्हे तो बाबा श्याम।
फेरु लागे लम्बी लम्बी कतार,
तने भजन सुणावे सगळा मिलकर,
के बाबा श्याम,
जी भर कर देखा थाने,
म्हे तो बाबा श्याम।
सांवरिया भी है मिलने को बेक़रार,
बैठ्यो बाट निहारे अपने टाबर का,
बाबा श्याम,
जी भर कर देखा थाने,
म्हे तो बाबा श्याम।
निखिल संग सबकी अर्ज़ी करी स्वीकार
मिलने को बुलायो सगळा ने,
म्हारो बाबा श्याम,
जी भर कर देखा थाने,
म्हे तो बाबा श्याम।
कई दिन पाछे खुल्यो थारो दरबार,
जी भर कर देखा थाने,
म्हे तो बाबा श्याम।
जी भर कर देखा थाने,
म्हे तो बाबा श्याम।
बुलावो | Khatu Shyam Bhajan | Bulavo | कई दिन पाछे खुल्यो थारो दरबार | by Nikhil Goel ( Ful HD)
Ji Bhar Kar Dekha Thaane,
Mhe To Baaba Shyaam.
Ji Bhar Kar Dekha Thaane,
Mhe To Baaba Shyaam.
Chalo Re Bhaaya Shyaam Dhani Ke Dvaar,
Jathe Milego Haare Ko Saathi,
Baaba Shyaam,
Ji Bhar Kar Dekha Thaane,
Mhe To Baaba Shyaam.
Pheru Laage Lambi Lambi Kataar,
Tane Bhajan Sunaave Sagala Milakar,
Ke Baaba Shyaam,
Ji Bhar Kar Dekha Thaane,
Mhe To Baaba Shyaam.