रंगीलो सावण आयो रै, सुरंगो सावण आयो रे, बिरखा की बूंदा ल्यायो रै, हठीलो सावण आयो रे, आयो आयो, तीज त्योहार, रम स्यां आंगणीऐ। रम स्यां आंगणीऐ। सावणियो आयो आयो रे, सुरंगो सांवण आयो, बिरखा की बूंदा ल्यायो रै, हठीलो सावण आयो।
बादल गरजे बिजळयां चिमके, कैयां आउजी पिया अब मैं घर से, कैयां आउजी पिया अब मैं घर से, रिमझिम पड़े है फुंहार, रम स्यां आंगणीऐ, आयो आयो, तीज त्योहार, रम स्यां आंगणीऐ।
अम्बुआ की डाळी पे बोले कोयलियां, मीठी मीठी बोले जाणें बाजे बासुरियां, बाग़ा में छाई बहार, रम स्यां आंगणीऐ, आयो आयो, तीज त्योहार, रम स्यां आंगणीऐ।
आज सुरंगो दिन है म्हारो, घर आयो म्हारो साजन प्यारो, घर आयो जी म्हारो साजन प्यारो, ओजी हिवड़े उमंग अपार, रम स्यां आंगणीऐ, आयो आयो, तीज त्योहार, रम स्यां आंगणीऐ।
रंगीलो सावण आयो रै, सुरंगो सावण आयो रे, बिरखा की बूंदा ल्यायो रै, हठीलो सावण आयो रे, आयो आयो, तीज त्योहार, रम स्यां आंगणीऐ। रम स्यां आंगणीऐ। सावणियो आयो आयो रे, सुरंगो सांवण आयो, बिरखा की बूंदा ल्यायो रै, हठीलो सावण आयो।