गोरबंद किसे कहते हैं

गोरबंद किसे कहते हैं

गोरबंद एक राजस्थानी भाषा का शब्द है। गोरबंद से आशय रेगिस्तान के जहाज़ ऊंट को सजाने के लिए एक विशेष प्रकार से तैयार आभूषण से है जो ऊंट को गले में पहनाया जाता है। 

यह आभूषण एक लटकन की भाँती होता है जो ऊंट के गले से निचे लटकता है और ऊंट की शोभा को बढ़ा देता है। सामाजिक त्योंहारों, धार्मिक आयोजनों, शादी, मेलों और प्रतियोगिताओं आदि के लिए ऊंटों को "गोरबंद" से सजाया जाता है। वर्तमान में अवश्य ही यह आभूषण लुप्त होता जा रहा है लेकिन पूर्व में इसका बहुत महत्त्व था। जहाँ ऊंट को खेती में उपयोग में लिया जाता था, रोजमर्रा के कार्यों में ऊंट का उपयोग लिया जाता है ऐसे ही विवाह में भी ऊंट को सजाकर उस पर दूल्हा बरात लेकर जाता था जिससे यह स्पष्ट हो जाता है की ऊंट का राजस्थान की संस्कृति में कितना महत्त्व होता था। अतः लाजमी सी बात है की ऊंट को बड़े प्यार से सजाया भी जाता था।

गोरबंद में सूत की रस्सियों की सुन्दर लटकन होती थी जिसे ऊंट के गले में पहनाया जाता था। इसके अतिरिक्त गोरबंद का ही एक भाग ऊंट के मस्तक ओर पीठ पर भी लगाया जाता था। गोरबंद को सीपियों, कांच, गोटा जरी से चमकीला बनाया जाता था। इसमें गुंथाई के माध्यम से विभिन्न सजावटी आकृतियां बनाई जाती थी। इसे जालीनुमा बनाया जाता था।

गोरबंद के अतिरिक्त ऊंट को सजाने के लिए उसकी पीठ और गर्दन के बालों को सजावटी आकृतियों में काटा जाता था। ऊंट को पांवों में नेवर (घुंघरू) पहनाये जाते थे। गोरबंद से प्रेरित एक राजस्थानी लोकगीत का नाम भी गोरबंद हैं जिसके बोल निचे दिए गए हैं।

लड़ली लूमा झूमा ऐ लड़ली लूमा झुमा ऐ
ओ म्हारो गोरबन्द नखराळो आलिजा म्हारो गोरबन्द नखराळो
ओ लड़ली लूमा झूमा ऐ लड़ली लूमा झुमा ऐ
ओ म्हारो गोरबन्द नखराळो आलिजा म्हारो गोरबन्द नखराळो
 ऐ गायाँ चरावती गोरबन्द गुंथियों
तो भेंसयाने चरावती मैं पोयो पोयो राज मैं तो पोयो पोयो राज
म्हारो गोरबन्द नखराळो आलिजा म्हारो गोरबन्द नखराळो
ओ लड़ली लूमा झूमा ऐ लड़ली लूमा झुमा ऐ
ओ म्हारो गोरबन्द नखराळो आलिजा म्हारो गोरबन्द नखराळो
 ऐ खारासमद सूं कोडा मंगाया
तो बिकाणे तो गड़ बिकाणे जाए पोया पोया राज मैं तो पोया पोया राज
म्हारो गोरबन्द नखराळो आलिजा म्हारो गोरबन्द नखराळो
ओ लड़ली लूमा झूमा ऐ लड़ली लूमा झुमा ऐ
ओ म्हारो गोरबन्द नखराळो आलिजा म्हारो गोरबन्द नखराळो
 ऐ देराणी जिठणी मिल गोरबन्द गुंथियों
तो नडदल साचा मोती पोया पोया राज मैं तो पोया पोया राज
म्हारो गोरबन्द नखराळो आलिजा म्हारो गोरबन्द नखराळो
ओ लड़ली लूमा झूमा ऐ लड़ली लूमा झुमा ऐ
ओ म्हारो गोरबन्द नखराळो आलिजा म्हारो गोरबन्द नाखारालो
कांच री किवाडी माथे गोरबन्द टांकयो
तो देखता को हिवडो हरखे ओ राज हिवडो हरखे ओ राज
म्हारो गोरबन्द नखराळो आलिजा म्हारो गोरबन्द नखराळो
ओ लड़ली लूमा झूमा ऐ लड़ली लूमा झुमा ऐ
ओ म्हारो गोरबन्द नखराळो आलिजा म्हारो गोरबन्द नाखारालो
 ऐ डूंगर चढ़ ने गोरबन्द गायो
तो झोधाणा तो झोधाणा क केडी हैलो सांभळो जी राज हैलो सांभळो जी राज
म्हारो गोरबन्द नखराळो आलिजा म्हारो गोरबन्द नखराळो
ओ लड़ली लूमा झूमा ऐ लड़ली लूमा झुमा ऐ
ओ म्हारो गोरबन्द नखराळो आलिजा म्हारो गोरबन्द नाखारालो
 
 

Mharo Gorband Nakhralo | Superhit Rajasthani Folk Song | Seema Mishra | Veena Music

Ladali Luma Jhuma Ai Ladali Luma Jhuma Ai
O Mhaaro Goraband Nakharaalo Aalija Mhaaro Goraband Nakharaalo
O Ladali Luma Jhuma Ai Ladali Luma Jhuma Ai
O Mhaaro Goraband Nakharaalo Aalija Mhaaro Goraband Nakharaalo
 Ai Gaayaan Charaavati Goraband Gunthiyon
To Bhensayaane Charaavati Main Poyo Poyo Raaj Main To Poyo Poyo Raaj
Mhaaro Goraband Nakharaalo Aalija Mhaaro Goraband Nakharaalo
O Ladali Luma Jhuma Ai Ladali Luma Jhuma Ai
 
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