करो कृपा कुछ ऐसी तेरे दर आता रहूँ
करो कृपा कुछ ऐसी तेरे दर आता रहूँ भजन
करो कृपा कुछ ऐसी, तेरे दर आता रहूँ,तुम रूठो मुझसे भले चाहे, पर मैं मनाता रहूँ,
करो कृपा कुछ ऐसी, तेरे दर आता रहूँ।
जहान में कौन, मेरे दुःख को समझ पायेगा,
जहाँन में कौन, मेरे दुःख को समझ पायेगा,
तू ही हमदर्द है मेरा, तुझे सुनाता रहूँ,
करो कृपा कुछ ऐसी, तेरे दर आता रहूँ।
तेरी चौखट से, उठ के दूर कहीं जाऊँ ना,
तेरी चौखट से, उठ के दूर कहीं जाऊँ ना,
तमाम उम्र तेरे साथ, मैं बिताता रहूँ,
करो कृपा कुछ ऐसी, तेरे दर आता रहूँ।
मेरा अरमान है इतना, जो तू पूरा कर दे,
मेरा अरमान है इतना, जो तू पूरा कर दे,
बैठा मेरे सामने हो तू, और मैं सजाता रहूँ,
करो कृपा कुछ ऐसी, तेरे दर आता रहूँ।
चित्र विचित्र की दीवानगी, को मत पूछों,
चित्र विचित्र की दीवानगी, को मत पूछों,
अपनी हस्ती को बनके पागल, मैं मिटाता रहूँ,
करो कृपा कुछ ऐसी, तेरे दर आता रहूँ।
करो कृपा कुछ ऐसी, तेरे दर आता रहूँ,
तुम रूठो मुझसे भले चाहे, पर मैं मनाता रहूँ,
करो कृपा कुछ ऐसी, तेरे दर आता रहूँ।
श्रेणी : कृष्ण भजन
धमाकेदार कृष्ण भजन - करो कृपा कुछ ऐसी तेरे दर आता रहूँ | गोवर्धन धाम | बृज भाव
Tum Rutho Mujhase Bhale Chaahe, Par Main Manaata Rahun,
Karo Krpa Kuchh Aisi, Tere Dar Aata Rahun.
Jahaan Mein Kaun, Mere Duhkh Ko Samajh Paayega,
Jahaann Mein Kaun, Mere Duhkh Ko Samajh Paayega,
Tu Hi Hamadard Hai Mera, Tujhe Sunaata Rahun,
Karo Krpa Kuchh Aisi, Tere Dar Aata Rahun.
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