कवन बनी री तेरी लाली लिरिक्स मीनिंग Kawan Bani Ree Teri Laali Lyrics Meaning

कवन बनी री तेरी लाली लिरिक्स मीनिंग Kawan Bani Ree Teri Laali Lyrics Meaning, shabad by Guru Arjan Dev in Raag Asa.

कवन बनी री, तेरी लाली,
कवन रंग तू भई गुलाली,
Kavan Bani Ree Teri Laali,
Kawan Rang Tun Bhai Gulali,


लाल चोलना तें तन सोहिया,
सुरजन भानी ता मन मोहिया,
कवन बनी री, तेरी लाली,
कवन रंग तू भई गुलाली,
Laal Cholana Te Tan Sohiya,
Surjan Bhani Taa Man Mohiya.
Kavan Bani Ree Teri Laali,
Kawan Rang Tun Bhai Gulali,

तुम ही सुन्दर तुम्हे सुहाग,
तुम घर लालन तुम घर भाग,
कवन बनी री, तेरी लाली,
कवन रंग तू भई गुलाली,
Tum Hi Sundar, Tum Hai Suhaag,
Tum Ghar Laalan, Tum Ghar Bhaag.
Kavan Bani Ree Teri Laali,
Kawan Rang Tun Bhai Gulali,

तू सतवंती तू परधान,
तू प्रीतम भानी तू ही सुरज्ञान,
कवन बनी री, तेरी लाली,
कवन रंग तू भई गुलाली,
Tu Satvanti Tu Pardhaan,
Tu Pritam Bhani Tu Hi Su Giyaan
Kavan Bani Ree Teri Laali,
Kawan Rang Tun Bhai Gulali,

प्रीतम भानी तां रंग गुलाल,
कहु नानक सुभ दृष्ट निहाल,
कवन बनी री, तेरी लाली,
कवन रंग तू भई गुलाली,
Pritam Bhani Ta Rang Gulaal,
Kahu Nanak Shubh Drashti Nihaal
Kavan Bani Ree Teri Laali,
Kawan Rang Tun Bhai Gulali,

सुनि री सखी इह हमरी घाल,
प्रभ आपि सिंगार सवारनहार,
(तां रंग गुलाल)
कवन बनी री, तेरी लाली,
कवन रंग तू भई गुलाली,
Sun Ree Sakhi Ih Hamari Ghaal,
Prabh Aapi Singar Sawarnhaar,
Kavan Bani Ree Teri Laali,
Kawan Rang Tun Bhai Gulali,
कवन बनी री, तेरी लाली : तेरे तन रूपी चोले पर यह लाली कहाँ से आई ? (तुम इतने लाल कैसे हो? इतने सुन्दर कैसे हो ?)
कवन रंग तू भई गुलाली : किसके रंग (प्रेम का प्रभाव) के कारण तुम इतनी गुलाली/लालिमा युक्त हो ?
लाल चोलना तें तन सोहिया : तुम्हारा लालिमा युक्त तन (चोला) तो तुम पर शोभा दे रहा है, अच्छा लग रहा है।
सुरजन भानी ता मन मोहिया : जब तुम ईश्वर को प्रेम करते हो, तब उनका मन तुम पर मोहित हो जाता है। 
तुम ही सुन्दर तुम्हे सुहाग : तुम ही सुन्दर हो और तुम ही सुहाग हो।
तुम घर लालन तुम घर भाग : तुम ही घर के प्रिय हो और भाग्य हो।
तू सतवंती तू परधान : आप पवित्र हैं और आप सबसे प्रतिष्ठित हैं।
तू प्रीतम भानी तू ही सुरज्ञान : तू अपने प्रिय को भाता है और तू श्रेष्ठ समझ रखता है।
प्रीतम भानी तां रंग गुलाल : मैं अपने प्रिय को प्रसन्न कर रहा हूं, इसलिए मैंने ट्यूलिप-लाल रंग ग्रहण किया है। मैं अपने प्रिय को प्रसन्न करता हूं, और इसलिए मैं गहरे लाल रंग से प्रभावित हूं।
कहु नानक सुभ दृष्ट निहाल : नानक कहो कि भगवान ने मुझ पर कृपा दृष्टि से देखा है। नानक कहते हैं, मुझे पूरी तरह से भगवान की कृपा का आशीर्वाद मिला है।
सुनि री सखी इह हमरी घाल : हे मेरे साथी, तू सुन, यही मेरा एकमात्र परिश्रम है।
प्रभ आपि सिंगार सवारनहार : हे ईश्वर इस जीवात्मा का श्रृंगार को संवारने वाले आप ही हैं।

Kavan Bani - Shivpreet Singh || Shabad Guru Arjan Dev || Holi Special

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