सुरंगो सावण आयो रै, बिरखा री बूंदा ल्यायो, हठीलो सावन आयो रै, आयो आयो तीज त्योहार, म्हें रम स्या आंगणीए।
बादळ गरजे बिजलिया चिमके, कैयां आउ जी पिया अब मैं घर से, रिमझिम पड़े है फुंहार, रम स्या आंगणीए रंगीलो सावण आयो रै, सुरंगो सावण आयो रै, बिरखा री बूंदा ल्यायो, हठीलो सावन आयो रै, आयो आयो तीज त्योहार, म्हें रम स्या आंगणीए।