तावड़ा हिंदी मीनिंग अर्थ मतलब

तावड़ा हिंदी मीनिंग अर्थ मतलब Tawada Hindi Meaning Rajasthani Dictionary

धूप, धुप (सनलाइट) को राजस्थानी भाषा में "तावड़ा" कहा जाता है। सूर्य की किरणें, सूरज की किरण,  तपस, सूर्य का ताप, तपन, घाम, गर्मी, सूर्य का प्रकाश आदि तावड़ा के समानार्थी शब्द हैं। धुप का विलोम अर्थ छांया होता है। इसे आतप भी कहते हैं। संस्कृत के शब्द "ताव" में "डा" प्रत्यय लगने से तावड़ा शब्द बना है।
अतः सूरज की रोशनी, प्रकाश और तपन को तावड़ा कहा जाता है जो तड़के से मिलता जुलता है। तावड़ा को वाक्य में उपयोग के आधार पर तावड़ो, तावड़िया, तावड़ा, तावड़ी भी कहा जाता है।
जैसे सर्दियों में कहा जाता है की "आज तावड़ी नहीं निकली है" वहीँ गर्मियों में अक्सर कहा जाता है की " कित्तो तेज तावड़ो है" 
 
तावड़ा हिंदी मीनिंग अर्थ मतलब

 
राजस्थानी शब्द "तावड़ा" का हिंदी मीनिंग/अर्थ है सूर्य की तेज तपन, गर्मी और प्रकाश, इसे धुप के माध्यम से समझते हैं। इसके समानार्थी शब्द हैं सूरज, रवि, दिनकर, तपस, पतंग। अतः तावड़ा/तावड़ो का हिंदी अर्थ निम्न प्रकार से होता है।
सूर्य का प्रकाश और ताप को तावड़ा कहा जाता है।
घाम, आतप को तावड़ा कहा जाता है।
धूप में मत निकलो-तावड़े में मत निकलो।

तावड़ा राजस्थानी भाषा का शब्द है जिसके निम्न उदाहरण हैं, आइये इस शब्द को उदाहरण के माध्यम से समझते हैं। 
तावड़ा -राजस्थान में ऋतुओं व मौसमों जैसे विषयों पर अनेक गीत गाए गए हैं जिनमें से एक गीत इस प्रकार से है -
तावड़ा मंदो पड़ ज्या रे,
सूरज बादल में बड़ जा रे,
म्हारी चंनणा चमेली मुरझाय,
किरण बादळ में छिप ज्या रै,
तावड़ा मंदो पड़ ज्या रे,
सूरज बादल में बड़ जा रे,
रामू को नाजुक जीव,
किरण बादल में छिप जा रे,
तावड़ा मंदो पड़ ज्या रे।
 
आज कई दिनां पाछै तावड़ो निकल्यो है।
आज कई दिनों के बाद तावडा (धुप) निकली है।
Today after many days Tawada (Sunshine) has come out.
भाया तावड़ो पड़े ने जणा रुखड़ा की छांया याद आवे।
भाई धुप के तेज होने पर वृक्ष की छांया अच्छी लगती है।
Brother, the shade of the tree looks good when the sun is shining.
बचके नयो मिनख पण जावै , छियाँ छोड़ के आज तावड़ो , पगाँ उभाणो आवै !!
पंछी तड़फे पीड़ सू, तपै तावड़ो तेज! छींका बांधो छांवड़ी, जिवड़ा मत कर जेज!
पग दाझै छई , तावड़ो तपै छई । रूंख पात झड़े छइं , रूंख पवनै पड़े छई ।
दीसे पीलो तावड़ो मेऽधोयो सुवरण्ण ॥
नीमड़ा माथै गुमसुम हुयोड़ो तोरयूं फूलो तावड़ो म्हारी निजरा टंग्योड़ी है ।
तावड़ो ताबड़ - तोड़ पड़तो हो
वहाँ जाकर बैठ जा " अकरो तावड़ो ( धूप ) है ।
तपै तावड़ो जेठ दुपहरी , लूआं मारकरै ज्यूं तीर
तपै तावड़ो ऊन्याळे में , लूवां लुळलुळ लपकै भादूड़े की भरी जवानी
धूप सयो तन तावड़ो पाप करया सो पूगग्या । चलतांचलतांनार कासजी नाजुक पगल्या
पड़ें तावड़ो चूवै पसीनो , मोरियो बोले पीपल डाल ।
सीत मेह तावड़ो , कष्ट उपजै नह काया । पंथ न बहणौं पड़े , मोल चाहिजै न माया
आ जेठ आ तावड़ो , धन लूओं री ले'र । वन्दी ससि सुद तीज रौ , सगळां थयो सुमेर ।
तावड़ा का अर्थ हिंदी में धूप, सूर्य का प्रकाश, सूर्य की ज्योति, घाम होता है जिसके हिंदी में पर्यायवाची (अंग्रेज़ी Synonyms) निम्न होते हैं -
सूरज, रवि, दिनकर, तपस, पतंग, धुप, घाम, तपन, सूर्य की किरण, आदि। 

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