टोकसी हिंदी मीनिंग अर्थ मतलब Tokasi Meaning Hindi Tokasi Rajasthani Word Meaning
राजस्थानी भाषा शब्द टोकसी का हिंदी अर्थ Tokasi Ka Hindi Meaning (मीनिंग इन हिंदी/Meaning in Hindi) Tokasi Kise Kahate Hain?
नारियल
के सख्त भाग को बीच में से आधा काट कर बनाई जाने वाली सर्विंग बाउल टोकसी
कहलाती है। प्रधान रूप से यह स्थाई रूप से जावणी में रहती है और इसका उपयोग
दही और छाछ को निकालकर किसी अन्य पात्र में डालने के काम आता है। राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में इसका उपयोग बड़े पैमाने पर किया जाता है। यह पुरे दिन छाछ में डूबी रहती है लेकिन खराब नहीं होती है और नाहीं खाद्य प्रदार्थों के संपर्क में आने पर यह उनको दूषित करती है। इसे आंचलिक रूप से टोकसी, टोकस, टोक्सी कहा जाता है। यह शब्द स्त्रीलिंग संज्ञा है।
वर्तमान
समय में स्टील और प्लास्टिक के बर्तनों का प्रचलन है लेकिन पारम्परिक रूप
से आज भी मिट्टी और लकड़ी के बर्तनों का उपयोग किया जाता है। लकड़ी के बर्तन
और मिट्टी के बर्तन स्वास्थ्य के लिए लाभदाई होते हैं। हमारे पूर्वजों ने
सबसे पहले लकड़ी के कटोरे बनाने शुरू कर दिए थे जिनमे वे ओषधियों से भरपूर
वृक्षों की लकड़ी का उपयोग किया करते थे।
लकड़ी के बाउल की सबसे बड़ी विशेषता है की यह प्रतिरोधी नहीं होता है, स्वंय कोई क्रिया भोजन के साथ नहीं करता है। लकड़ी के बर्तनों में खाना अधिक समय तक गर्म बना रहता है। यह वजन में हल्के और मजबूत होते हैं जो हाथ से छूटने पर गिरने के उपरान्त टूटते नहीं हैं। राजस्थान में बेर/बेरी के पेड़ की लकड़ी से बर्तन बनाए जाते थे।
लकड़ी के बाउल की सबसे बड़ी विशेषता है की यह प्रतिरोधी नहीं होता है, स्वंय कोई क्रिया भोजन के साथ नहीं करता है। लकड़ी के बर्तनों में खाना अधिक समय तक गर्म बना रहता है। यह वजन में हल्के और मजबूत होते हैं जो हाथ से छूटने पर गिरने के उपरान्त टूटते नहीं हैं। राजस्थान में बेर/बेरी के पेड़ की लकड़ी से बर्तन बनाए जाते थे।