मेरे मोहन बाबा आजा कुटिया में गरीब की
मेरे मोहन बाबा
मेरे मोहन बाबा आजा,
मेरे मोहन बाबा आजा,
कुटिया में गरीब की,
तू खोल दे आकर कुंडी,
मेरे नसीब की
मेरे मोहन बाबा आजा।
तेरे दर पे चलते चलते,
मैं हार गयी देखो,
इतने दुखो की कठिन परीक्षा,
मार गयी देखो,
कहीं दवा मिलै ना बाबा,
तेरे मरीज की,
तू खोल दे आकर कुंडी,
मेरे नसीब की
मेरे मोहन बाबा आजा।
भादोव के महीने में बाबा,
तेरा मेला भारी है,
दर्शन को जाते बाबा,
लाखो नर नारी है
तुम सुनलो विनती बाबा,
मुझ बदनसीब की,
तू खोल दे आकर कुंडी,
मेरे नसीब की
मेरे मोहन बाबा आजा।
तुम हो बड़े महान बाबा,
सबके हितकारी,
टुकड़े उसी के टूर करते,
जो हो भिखारी
सहदेव शर्मा ने देखी है,
कृपा अजीब सी,
तू खोल दे आकर कुंडी,
मेरे नसीब की
मेरे मोहन बाबा आजा।
मेरे मोहन बाबा
मेरे मोहन बाबा आजा,
मेरे मोहन बाबा आजा,
कुटिया में गरीब की,
तू खोल दे आकर कुंडी,
मेरे नसीब की
मेरे मोहन बाबा आजा।
मेरे मोहन बाबा || Baba Mohan Ram New Bhajan 2021 || Pooja Sharma || Mor Bhakti Bhajan
Mere Mohan Baaba
Mere Mohan Baaba Aaja,
Mere Mohan Baaba Aaja,
Kutiya Mein Garib Ki,
Tu Khol De Aakar Kundi,
Mere Nasib Ki
Mere Mohan Baaba Aaja.
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