म्हाका हिंदी मीनिंग अर्थ मतलब

म्हाका हिंदी मीनिंग अर्थ मतलब

म्हाका एक राजस्थानी भाषा का शब्द है जिसका अर्थ "मेरा" होता है। बहुवचन के रूप में "म्हाका" का अर्थ "हमारा" से लिया जाता है। "म्हाका" शब्द को राजस्थानी और हरियाणावी में अधिकतर बोला जाता है। मेरा या म्हाको 'मैं' के संबंधकारक का रूप है।
म्हाका : मेरा/हमारा।
Mhaka: mine/ours
  • म्हाका चोखा करम करियोड़ा तो म्हारे ही काम आसी।
  • मेरे/हमारे द्वारा किए गए अच्छे कर्म, मेरे ही काम आएंगे।
  • Good deeds done by me/us, my work will help me.

म्हाका राजस्थानी भाषा का शब्द है जिसके निम्न उदाहरण हैं, आइये इस शब्द को उदाहरण के माध्यम से समझते हैं। 
दिनडो उगायो माऊजी रा देश में जी म्हाका राज । अब घर प्राय जा गौरो रा रे बालमा
फागुण में मेहंदीपुर आवा,
आकर के तोके ढोक लगावा,
म्हाका मन में घणो यो चाव,
पधारो म्हारे आँगणिये।।

 महाराजा स्वामी हो जी हो जिनराजा स्वामी
थे तो म्हानै त्यारो म्हाका राज।
थे तो म्हानै त्यारो म्हाका राज जी, महाराजा स्वामी…॥
थे ही तारन तरण छोजी, थे छो गरीवनराज,
अधम उधारन जान के जी, शरणैं आया री लाज जी ॥
जीव अनंता त्यारिया जी, जाको अंत न पार,
अधम उदधि तिर्यंच के जी, बहुत किये भवपार जी ॥
ऐसी सुणकर साख तिहारी, आयो छूं दरबार,
भवदधि डूबत काढ मोकूं, सरणैं आया की लाज जी ॥
अर्ज करूं कर जोड के जी, विनवूं बारंबार,
बलदेव प्रभू है दास तिहारो, दीजो शिवपुर वास जी ॥

खाती म्हारा पाटा ने,
घडदिज्यो जबरा जोर,
कमी रहे ना कोई थन,
पिसा दैउं ओर,
सवा सवा को नाप राखजये,
ध्यान लगाकर निका,
पितरा की पातडी घड दे सोनी का,
नुत जिमाऊं ऊत बुलावा,
दिया जलावां घी का।।
 
फागुण में मेहंदीपुर आवा
आकर के तोके ढोक लगावा
म्हाका मन में घणो यो चाव
पधारो म्हारे आँगणिये।।
 
अतः इस प्रकार से आपने जाना की "म्हाका " एक राजस्थानी भाषा का शब्द है जिसका वाक्य में प्रयोग के आधार पर विविध प्रकार से बोला जाता है। "म्हाका " शब्द के हिंदी भाषा में समानार्थी शब्द (अर्थ/मीनिंग)  मेरा, हमारा, निज का  आदि होते हैं। " म्हाका " को अंग्रेजी में My/Mine कहते हैं। कागला से सबंधित अन्य जानकारियां निचे दी गई हैं। 
 
म्हाका का अर्थ हिंदी में मेरा, हमारा, निज का होता है जिसके हिंदी में पर्यायवाची (अंग्रेज़ी Synonyms) निम्न होते हैं -
म्हारो जो की एक राजस्थानी शब्द है जिसका अर्थ मेरा,  मदीय, मम  मेरे, मेरी, मेरा, अपना, निज का  आदि होता है।
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