जयकारा शेरांवाली दा, बोल सच्चे दरबार दी जय, दाती तेरा मेरा प्यार, कभी ना बदले, दाती तेरा मेरा प्यार, कभी ना बदले, ओ मैया मेरा ये विचार, कभी ना बदले, दाती तेरा मेरा प्यार, कभी ना बदले।
सत्संग तेरा, छोडूं कभी ना,
मुख मैं तुम से, मोडूं कभी ना, हो मेरा ये व्यवहार, कभी ना बदले, दाती तेरा मेरा प्यार, कभी ना बदले।