शिव चालीसा लिरिक्स फायदे हिंदी Shiv Chalisa Lyrics Benefits hindi

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हिंदू धर्म में देवी देवताओं की पूजा करना दैनिक जीवन का हिस्सा माना गया है। सोमवार को शिव जी की पूजा करने का विशेष महत्व है। सोमवार का व्रत शिव पार्वती को आराध्य मानकर किया जाता है। सोमवार को शिव जी की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। भगवान शिव को भोलेनाथ भी कहा जाता है क्योंकि भगवान भक्ति से प्रसन्न होकर शीघ्र ही मनोकामना पूर्ण करते हैं। भगवान शिव को भोलेनाथ इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि उनको भक्ति से प्रसन्न कर भक्त वरदान में कुछ भी मांग लेतें हैं और शिव जी इतने भोले हैं कि वह उनको वह वरदान दे देते हैं। शिव चालीसा का पाठ करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। वैवाहिक जीवन सुखमय होता है।

Shiva Chalisa श्री शिव जी चालीसा
।।दोहा।।
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥

जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
॥दोहा॥
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
तुम मेरी मनोकामना, पूर्ण करो जगदीश॥
मगसर छठि हेमन्त ॠतु, संवत चौसठ जान।
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥

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शिव चालीसा का पाठ करने से करते समय ध्यान देने योग्य बातें।

  • शिव चालीसा का पाठ करते समय अपना मुंह पूर्व दिशा में रखें।
  • कुश के आसन पर बैठकर शिव चालीसा का पाठ करें।
  • शिव चालीसा का पाठ करते समय शिव जी को सफेद चंदन, चावल, कलावा, धूप, पीले फूलों की माला, सफेद आक के फूल, मिश्री, बेलपत्र आदि चढ़ाएं।
  • पाठ करते समय गाय के घी का दीपक जलाएं।
  • एक तांबे के कलश में पानी भरकर रखें।
  • भगवान शिव का चालीसा पाठ 3 या 5 बार करें।
  • शिव चालीसा का पाठ से सस्वर करें।
  • चालीसा का पाठ पूर्ण होने पर कलश के पानी को पूरे घर में छिड़कें।
  • परिवार के सभी सदस्य को पाठ संपूर्ण होने पर मिश्री का प्रसाद दें।

शिव चालीसा पाठ करने से होने वाले फायदे Shiv Chalisa Ke Fayade Hindi Me

  • शिव चालीसा का पाठ करने से मन में आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
  • हिम्मत और शक्ति का संचार होता है।
  • शिव चालीसा का पाठ करने से मन में व्याप्त भय दूर होता है।
  • शिव चालीसा का पाठ करने से दुख और परेशानियां दूर होती है।
  • शिव चालीसा का पाठ करने से सभी कार्य सिद्ध होते हैं।
  • शिव चालीसा का पाठ करने से मनोवांछित वर की प्राप्ति होती है।
  • शिव चालीसा का पाठ करने से धन-धान्य की कमी नहीं होती है, घर में संपन्नता आती है।
  • शिव चालीसा का पाठ करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है।
  • शिव चालीसा का पाठ करने से संतान की प्राप्ति होती है।
  • शिव चालीसा का पाठ करने से शत्रुओं का नाश होता है।
  • शिव चालीसा चालीसा का पाठ करने से घर में समृद्धि आती है।
  • शिव चालीसा का पाठ करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
  • शिव चालीसा का पाठ करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा की वृद्धि होती है।
  • शिव चालीसा का पाठ करने से मन में शांति और उत्साह का संचार होता है।
  • शिव चालीसा का पाठ करना बेहद फायदेमंद होता है। भगवान शिव को भोलेनाथ इसीलिए कहा जाता है क्योंकि उनका मन बहुत ही सरल है और वह अपने भक्तजनों की सभी मनोकामनाएं जल्दी ही पूर्ण करते हैं।
शिव के मंत्र Shiv Mantra
शिव जी के मंत्र का जाप करने से जीवन सुखमय रहता है जीवन में कोई परेशानी नहीं आती है शिवजी के कुछ लोकप्रिय मंत्र।
ॐ नमः शिवाय।
नमो नीलकण्ठाय।
ॐ पार्वतीपतये नमः।
ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।
ॐ नमो भगवते दक्षिणामूर्त्तये मह्यं मेधा प्रयच्छ स्वाहा।

संपूर्ण महामृत्युंजय मंत्र Shiv Sampurna Mahamri tyunjaya Mantra

ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे 
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय 
मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ।
लघु मृत्युंजय मंत्र।
ॐ जूं स माम् पालय पालय स: जूं ॐ।

महामृत्‍युंजय मंत्र का अर्थ, इस मंत्र का अर्थ है इस जग के पालनहार त्रिनेत्र शिव भगवान जी की हम पूजा करते हैं। पूरे ब्रह्मांड में सुरभि फैलाने वाले भगवान शिव हमें मृत्यु के बंधन से मुक्ति प्रदान करें। और मोक्ष प्रदान कर जीवन मृत्यु के चक्र से मुक्ति प्रदान करें।
शिवजी के महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से व्यक्ति स्वस्थ रहता है। सभी परेशानियां और कष्टों का निवारण होता है। महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से घर की सभी परेशानियाँ दूर हो जाती हैं।

Trending Shiv Bhajan शिव भजन

शिवजी के सभी भजन देखें :-

भजन श्रेणी : शिव भजन ( Shiv Bhajan)


Shri Ganesh Girija Suvan, Mangal Mul Sujaan.
Kahat Ayodhyaadaas Tum, Dehu Abhay Varadaan.

Jay Girija Pati Din Dayaala. Sada Karat Santan Pratipaala.
Bhaal Chandrama Sohat Nike. Kaanan Kundal Naagaphani Ke.
Ang Gaur Shir Gang Bahaaye. Mundamaal Tan Chhaar Lagaaye.
Vastr Khaal Baaghambar Sohe. Chhavi Ko Dekh Naag Muni Mohe.
Maina Maatu Ki Hvai Dulaari. Baam Ang Sohat Chhavi Nyaari.
Kar Trishul Sohat Chhavi Bhaari. Karat Sada Shatrun Kshayakaari.
Nandi Ganesh Sohai Tahan Kaise. Saagar Madhy Kamal Hain Jaise.
Kaartik Shyaam Aur Ganarau. Ya Chhavi Ko Kahi Jaat Na Kau.
Devan Jabahin Jaay Pukaara. Tab Hi Dukh Prabhu Aap Nivaara.


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