अभिक नाम का अर्थ मतलब राशि
मैनु दर ते सद लै दातया मैं दर्शन सोणा पाना ऐ
मैनु दर ते सदलै दातया मैं दर्शन सोणा पाना ऐ
रज्ज दर्शन तेरा पाना ऐ, तेरे चरणी शीश झुकना ऐ
जय सतगुरु जी सारे करदे
खाली झोलिया अपनी भरदे
अज मैं वी झोली भर जाना ऐ
रज्ज दर्शन तेरा पाना ऐ
मैनु दर ते सदलै दातया मैं दर्शन सोणा पाना ऐ
रज्ज दर्शन तेरा पाना ऐ, तेरे चरणी शीश झुकना ऐ
गया ना कोई ऐथो खाली जी
जो वी आया दर ते तेरे सवाली जी
आज मैं वी सवाल इक तेरे पाना ऐ
तैनू दिल दा हाल सुनाना ऐ
तेरा रज्ज रज दर्शन पाना ऐ
मैनु दर ते सदलै दातया मैं दर्शन सोणा पाना ऐ
रज्ज दर्शन तेरा पाना ऐ, तेरे चरणी शीश झुकना ऐ
रज्ज दर्शन तेरा पाना ऐ, तेरे चरणी शीश झुकना ऐ
जय सतगुरु जी सारे करदे
खाली झोलिया अपनी भरदे
अज मैं वी झोली भर जाना ऐ
रज्ज दर्शन तेरा पाना ऐ
मैनु दर ते सदलै दातया मैं दर्शन सोणा पाना ऐ
रज्ज दर्शन तेरा पाना ऐ, तेरे चरणी शीश झुकना ऐ
गया ना कोई ऐथो खाली जी
जो वी आया दर ते तेरे सवाली जी
आज मैं वी सवाल इक तेरे पाना ऐ
तैनू दिल दा हाल सुनाना ऐ
तेरा रज्ज रज दर्शन पाना ऐ
मैनु दर ते सदलै दातया मैं दर्शन सोणा पाना ऐ
रज्ज दर्शन तेरा पाना ऐ, तेरे चरणी शीश झुकना ऐ
SSDN:- मैनु दर ते सद लै दातया | मैं दर्शन सोणा पाना ऐ | Bhajan with Lyric| ssdn bhajan | #anandpur
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भक्त गुरु के दर पर बुलाने और उनके सुंदर दर्शन की अभिलाषा रखता है। वह गुरु के चरणों में सिर झुकाकर उनके दर्शन पाना चाहता है। वह देखता है कि सभी गुरु की जय-जयकार करते हैं, क्योंकि गुरु खाली झोलियों को अपनी कृपा से भर देते हैं। भक्त भी अपनी झोली भरने की आशा के साथ गुरु के दर पर आया है। वह कहता है कि जो भी गुरु के दर पर सवाली बनकर आया, वह कभी खाली नहीं गया। आज वह भी गुरु से एक सवाल लेकर आया है और उन्हें अपने दिल का हाल सुनाना चाहता है। उसका एकमात्र लक्ष्य गुरु के दर्शन पाकर उनके चरणों में समर्पित होना है। यह भजन गुरु के प्रति गहरी श्रद्धा, उनके दर्शन की तीव्र इच्छा और उनकी कृपा से मनोकामना पूर्ण होने की आस्था को व्यक्त करता है।
गुरु की महिमा को दैनिक जीवन में महसूस करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि आप गुरु के दिए गए उपदेशों, शिक्षाओं और मंत्रों को अपने रोजमर्रा के कार्यों में शामिल करें। गुरु के प्रति समर्पण और आज्ञा का पालन करते रहें। जब आप गुरु के प्रति श्रद्धा और प्रेम का भाव रखते हैं, तो उनकी कृपा आपके जीवन में स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगती है। गुरु के चरणों में समर्पित होने और उनके निर्देशों का पालन करने से आपके मन में शांति, आनंद और सकारात्मकता का अनुभव होता है
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Author - Saroj Jangir
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