सांई सुरतीया बड़ी प्यारी साईं भजन
सांई सुरतीया बड़ी प्यारी साईं भजन
साईं सुरतिया तुम्हारी बड़ी प्यारी,
साईं सुरतिया तुम्हारी बड़ी प्यारी,
साईं मैं तुम्हें देखता रहूं, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं,
जाऊं चरणों में, जाऊं चरणों में तुम्हारे बलिहारी,
साईं मैं तुम्हें देखता रहूं, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं,
साईं सुरतिया तुम्हारी बड़ी प्यारी, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं।।।
मैं तो दर पे ही तेरे आऊंगा, भेट श्रद्धा की मैं चढ़ाऊंगा,
भेट श्रद्धा की मैं चढ़ाऊंगा।।।
सारे मांगतो का तू सहारा है, साईं सबका ही तू दुलारा है,
साईं सबका ही तू दुलारा है।।।
साईं तुझपे मैं जाऊं वारि-वारि, साईं तुझपे मैं जाऊं वारि-वारि,
साईं मैं तुम्हें देखता रहूं, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं,
साईं सुरतिया तुम्हारी बड़ी प्यारी, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं।।।
शिरडी वो तेरी कितनी प्यारी है, वहां होती होली ईद दीवाली है,
वहां होती होली ईद दीवाली है।।।
रूप तेरा कितना सुहाना है, साईं मुझको भी शिरडी आना है,
साईं मुझको भी शिरडी आना है।।।
साईं अपना बना लो तुम पुजारी, साईं अपना बना लो तुम पुजारी,
साईं मैं तुम्हें देखता रहूं, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं,
साईं सुरतिया तुम्हारी बड़ी प्यारी, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं।।।
झोली तेरे ही आगे फैलाऊं, साईं तेरा जोगी में बन जाऊं,
साईं तेरा जोगी में बन जाऊं।।।
तेरे दर से ना खाली ऊंगा, सबको मिलता है मैं भी पाऊंगा,
सबको मिलता है मैं भी पाऊंगा।।।
कब आएगी साईं मेरी बारी, कब आएगी साईं मेरी बारी,
साईं मैं तुम्हें देखता रहूं, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं,
साईं सुरतिया तुम्हारी बड़ी प्यारी, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं।।।
साईं सुरतिया तुम्हारी बड़ी प्यारी,
साईं मैं तुम्हें देखता रहूं, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं,
जाऊं चरणों में, जाऊं चरणों में तुम्हारे बलिहारी,
साईं मैं तुम्हें देखता रहूं, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं,
साईं सुरतिया तुम्हारी बड़ी प्यारी, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं।।।
मैं तो दर पे ही तेरे आऊंगा, भेट श्रद्धा की मैं चढ़ाऊंगा,
भेट श्रद्धा की मैं चढ़ाऊंगा।।।
सारे मांगतो का तू सहारा है, साईं सबका ही तू दुलारा है,
साईं सबका ही तू दुलारा है।।।
साईं तुझपे मैं जाऊं वारि-वारि, साईं तुझपे मैं जाऊं वारि-वारि,
साईं मैं तुम्हें देखता रहूं, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं,
साईं सुरतिया तुम्हारी बड़ी प्यारी, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं।।।
शिरडी वो तेरी कितनी प्यारी है, वहां होती होली ईद दीवाली है,
वहां होती होली ईद दीवाली है।।।
रूप तेरा कितना सुहाना है, साईं मुझको भी शिरडी आना है,
साईं मुझको भी शिरडी आना है।।।
साईं अपना बना लो तुम पुजारी, साईं अपना बना लो तुम पुजारी,
साईं मैं तुम्हें देखता रहूं, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं,
साईं सुरतिया तुम्हारी बड़ी प्यारी, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं।।।
झोली तेरे ही आगे फैलाऊं, साईं तेरा जोगी में बन जाऊं,
साईं तेरा जोगी में बन जाऊं।।।
तेरे दर से ना खाली ऊंगा, सबको मिलता है मैं भी पाऊंगा,
सबको मिलता है मैं भी पाऊंगा।।।
कब आएगी साईं मेरी बारी, कब आएगी साईं मेरी बारी,
साईं मैं तुम्हें देखता रहूं, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं,
साईं सुरतिया तुम्हारी बड़ी प्यारी, साईं मैं तुम्हें देखता रहूं।।।
सांई सुरतीया बड़ी प्यारी - Prakash Thakur - Top Sai Bhajan 2021 @ambeyBhakti
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
► Album - Sai Surtiya Badi Pyari
► Song - Sai Surtiya Badi Pyari
► Singer - Prakash Thakur
► Music - Vikash M Borkar
► Lyrics - Sheru P. Mogre
➤ Label - Vianet Media
► Song - Sai Surtiya Badi Pyari
► Singer - Prakash Thakur
► Music - Vikash M Borkar
► Lyrics - Sheru P. Mogre
➤ Label - Vianet Media
हृदय में प्रभु के प्रति एक ऐसी गहरी श्रद्धा बस्ती है, जो उनकी दिव्य छवि को निरंतर निहारना चाहती है। मन बार-बार उनके चरणों में समर्पण करने को आतुर है, मानो उनकी पवित्र सूरत ही जीवन का सबसे सुंदर दृश्य हो। यह भावना प्रभु के प्रति पूर्ण भक्ति को दर्शाती है, जहां हर पल उनकी शरण में जाने और उनके प्रेम में डूबने की कामना रहती है। उनकी कृपा को अनुभव करने की लालसा मन को उनके दर तक खींच लाती है, जहां वह अपनी श्रद्धा का भेंट अर्पित करने को तत्पर रहता है। यह विश्वास कि प्रभु सभी का सहारा हैं और सभी के प्रिय हैं, मन को उनके प्रति और गहरा समर्पण करने को प्रेरित करता है।
प्रभु का धाम ऐसा पवित्र स्थान है, जहां हर धर्म और उत्सव एक साथ साकार होते हैं, मानो वहां होली, ईद और दीवाली का संगम हो। मन उस धाम की ओर खिंचता है, जहां प्रभु का सुहाना रूप हर भक्त को अपनी ओर बुलाता है। यह आकांक्षा हृदय में रहती है कि प्रभु उसे अपना भक्त बनाकर अपने निकट बुलाएं। मन उनकी झोली के सामने अपनी अर्जी रखता है, यह विश्वास लिए कि उनका दर कभी खाली नहीं लौटाता। हर सांस के साथ प्रभु का नाम जपते हुए, मन उनकी कृपा की प्रतीक्षा करता है, यह जानते हुए कि उनकी दया से हर इच्छा पूर्ण होती है और हर भक्त को उनका प्रेम अवश्य प्राप्त होता है।
प्रभु का धाम ऐसा पवित्र स्थान है, जहां हर धर्म और उत्सव एक साथ साकार होते हैं, मानो वहां होली, ईद और दीवाली का संगम हो। मन उस धाम की ओर खिंचता है, जहां प्रभु का सुहाना रूप हर भक्त को अपनी ओर बुलाता है। यह आकांक्षा हृदय में रहती है कि प्रभु उसे अपना भक्त बनाकर अपने निकट बुलाएं। मन उनकी झोली के सामने अपनी अर्जी रखता है, यह विश्वास लिए कि उनका दर कभी खाली नहीं लौटाता। हर सांस के साथ प्रभु का नाम जपते हुए, मन उनकी कृपा की प्रतीक्षा करता है, यह जानते हुए कि उनकी दया से हर इच्छा पूर्ण होती है और हर भक्त को उनका प्रेम अवश्य प्राप्त होता है।
यह भजन भी देखिये
|
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें। |
