साई है भगवान की ज्योति साईं भजन
साई है भगवान की ज्योति साईं भजन
साईं हैं मेरे बाबा हैं,
साईं हैं भगवान की ज्योति,
जलती है दिन-रात,
जलती है दिन-रात,
रात अंधेरे, चाँद हो जैसे,
सूरज हो प्रभात,
जलती है दिन-रात,
साईं हैं मेरे बाबा हैं,
साईं हैं भगवान की ज्योति, जलती है दिन-रात,
जलती है दिन-रात।।।
कोई कहे वो रामचंद्र हैं, कोई कहे हनुमान,
कोई कहे वो रामचंद्र हैं, कोई कहे हनुमान,
कोई कहे वो मंगल मूरत, मान सको तो मान,
मैं तो कहता, मैं तो कहता,
मैं तो कहता प्रेम की ज्योति,
मैं तो कहता प्रेम की ज्योति,
अनाथों के नाथ, रहते हैं वो साथ,
साईं हैं मेरे बाबा हैं,
साईं हैं भगवान की ज्योति, जलती है दिन-रात,
जलती है दिन-रात।।।
कोई कहे गोकुल के मोहन, देवकीनंदन साईं,
कोई कहे गोकुल के मोहन, देवकीनंदन साईं,
समझ के शिव भक्ति सब करते, जो भी समझो भाई,
मैं तो कहता, मैं तो कहता,
मैं तो कहता दुःख के साथी,
मैं तो कहता दुःख के साथी,
हर पल हैं वो साथ, रहते हैं दिन-रात,
साईं हैं मेरे बाबा हैं,
साईं हैं भगवान की ज्योति, जलती है दिन-रात,
जलती है दिन-रात।।।
कोई कहे वो अवतारी हैं, पूजा सब हैं करते,
कोई कहे वो अवतारी हैं, पूजा सब हैं करते,
कोई कहे वो विष्णुरूप हैं, पल-पल जपते रहते,
मैं तो कहता, मैं तो कहता,
मैं तो कहता दया के सागर,
मैं तो कहता दया के सागर,
अंगहीनों के हाथ, रहते हैं वो साथ,
साईं हैं मेरे बाबा हैं,
साईं हैं भगवान की ज्योति, जलती है दिन-रात,
जलती है दिन-रात।।।
कोई कहे ईश्वर हैं साईं, कोई कहे वो अल्लाह,
कोई कहे ईश्वर हैं साईं, कोई कहे वो अल्लाह,
कोई कहे वो पक्के ब्राह्मण, कोई कहे वो मुल्ला,
मैं तो कहता, मैं तो कहता,
मैं तो कहता सभी सत्य हैं,
मैं तो कहता सभी सत्य हैं,
यही है सच्ची बात, रहते हैं वो साथ,
साईं हैं मेरे बाबा हैं,
साईं हैं भगवान की ज्योति, जलती है दिन-रात,
जलती है दिन-रात।।।
साईं हैं भगवान की ज्योति,
जलती है दिन-रात,
जलती है दिन-रात,
रात अंधेरे, चाँद हो जैसे,
सूरज हो प्रभात,
जलती है दिन-रात,
साईं हैं मेरे बाबा हैं,
साईं हैं भगवान की ज्योति, जलती है दिन-रात,
जलती है दिन-रात।।।
कोई कहे वो रामचंद्र हैं, कोई कहे हनुमान,
कोई कहे वो रामचंद्र हैं, कोई कहे हनुमान,
कोई कहे वो मंगल मूरत, मान सको तो मान,
मैं तो कहता, मैं तो कहता,
मैं तो कहता प्रेम की ज्योति,
मैं तो कहता प्रेम की ज्योति,
अनाथों के नाथ, रहते हैं वो साथ,
साईं हैं मेरे बाबा हैं,
साईं हैं भगवान की ज्योति, जलती है दिन-रात,
जलती है दिन-रात।।।
कोई कहे गोकुल के मोहन, देवकीनंदन साईं,
कोई कहे गोकुल के मोहन, देवकीनंदन साईं,
समझ के शिव भक्ति सब करते, जो भी समझो भाई,
मैं तो कहता, मैं तो कहता,
मैं तो कहता दुःख के साथी,
मैं तो कहता दुःख के साथी,
हर पल हैं वो साथ, रहते हैं दिन-रात,
साईं हैं मेरे बाबा हैं,
साईं हैं भगवान की ज्योति, जलती है दिन-रात,
जलती है दिन-रात।।।
कोई कहे वो अवतारी हैं, पूजा सब हैं करते,
कोई कहे वो अवतारी हैं, पूजा सब हैं करते,
कोई कहे वो विष्णुरूप हैं, पल-पल जपते रहते,
मैं तो कहता, मैं तो कहता,
मैं तो कहता दया के सागर,
मैं तो कहता दया के सागर,
अंगहीनों के हाथ, रहते हैं वो साथ,
साईं हैं मेरे बाबा हैं,
साईं हैं भगवान की ज्योति, जलती है दिन-रात,
जलती है दिन-रात।।।
कोई कहे ईश्वर हैं साईं, कोई कहे वो अल्लाह,
कोई कहे ईश्वर हैं साईं, कोई कहे वो अल्लाह,
कोई कहे वो पक्के ब्राह्मण, कोई कहे वो मुल्ला,
मैं तो कहता, मैं तो कहता,
मैं तो कहता सभी सत्य हैं,
मैं तो कहता सभी सत्य हैं,
यही है सच्ची बात, रहते हैं वो साथ,
साईं हैं मेरे बाबा हैं,
साईं हैं भगवान की ज्योति, जलती है दिन-रात,
जलती है दिन-रात।।।
Sai Hai Bhagwan Ki Jyoti | C. Laxmichand | Sai Baba Song | Shirdi Sai Baba Bhajan | Bhakti New Song
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
हृदय में एक ऐसी ज्योति जलती है, जो दिन-रात प्रभु के प्रेम और उपस्थिति से प्रकाशित रहती है, मानो वह अंधेरी रात में चंद्रमा और प्रभात में सूरज की तरह चमकती हो। यह विश्वास मन को बल देता है कि प्रभु विभिन्न रूपों में, चाहे राम, हनुमान, कृष्ण, शिव या विष्णु के रूप में, हर पल साथ रहते हैं। मन उन्हें प्रेम की ज्योति मानता है, जो अनाथों के नाथ बनकर, हर दुखी और असहाय के साथ खड़े रहते हैं। यह भावना सृष्टि के हर कण में उनकी उपस्थिति को देखती है, जो बिना भेदभाव के सभी को अपने प्रेम में समेट लेती है।
प्रभु को कोई ईश्वर कहता है, कोई अल्लाह, कोई अवतारी या दया का सागर, पर मन यह मानता है कि सभी रूपों में वही सत्य है। यह विश्वास हृदय को दुखों के बीच भी सहारा देता है, क्योंकि प्रभु हर पल दुख के साथी बनकर, अंगहीन को बल और असहाय को आधार प्रदान करते हैं। उनकी कृपा एक सागर की तरह है, जो हर भक्त की पुकार को सुनता है और उसे अपने प्रेम में डुबो देता है। यह भावना मन को इस सत्य से जोड़ती है कि प्रभु का साथ सदा बना रहता है, और उनकी ज्योति हर रूप और नाम में सदा जलती रहती है।
प्रभु को कोई ईश्वर कहता है, कोई अल्लाह, कोई अवतारी या दया का सागर, पर मन यह मानता है कि सभी रूपों में वही सत्य है। यह विश्वास हृदय को दुखों के बीच भी सहारा देता है, क्योंकि प्रभु हर पल दुख के साथी बनकर, अंगहीन को बल और असहाय को आधार प्रदान करते हैं। उनकी कृपा एक सागर की तरह है, जो हर भक्त की पुकार को सुनता है और उसे अपने प्रेम में डुबो देता है। यह भावना मन को इस सत्य से जोड़ती है कि प्रभु का साथ सदा बना रहता है, और उनकी ज्योति हर रूप और नाम में सदा जलती रहती है।
Song Name: Sai Hai Bhagwan
Album: Shri Sai Jyot
Singer & Music Director: C. Laxmichand
Lyrics: Narayan Agarwal
Album: Shri Sai Jyot
Singer & Music Director: C. Laxmichand
Lyrics: Narayan Agarwal
यह भजन भी देखिये
|
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें। |
