काई काई देख्यो श्याम के मेले, म्हानें भी बतलाओ जरा, कैसो लाग्यों श्याम हमारो, म्हाने भी समझाओ जरा, काईं काईं बोलूं काई काई देख्यो, थे भी देखण जाओ जरा, माथे टेक के आया म्हे तो, थे भी टेक के आओ जरा, काई काई देख्यो श्याम के मेळे, म्हानें भी बतलाओ जरा।
कैसो थो सिणगार श्याम को, कुण सो फूल को गजरो थो,
बोलो म्हारे श्याम धणी के, नैण में कुण सो कजरो थो, म्हारी उत्सुकता ने समझो, गौर थोड़ो फरमाओ ज़रा, काई काई देख्यो श्याम के मेळे, म्हानें भी बतलाओ जरा।
बाग का सारा फूल भरिया था, मोटो ताजो गजरो थो, नैना माहीं करुणा भरी थी, गाढ़ो गाढ़ो कजरो थो, सुधबुध खोकर आया म्हे तो, थे भी खोकर आओ जरा,
Khatu Shyam Ji Bhajan Lyrics in Hindi
काई काई देख्यो श्याम के मेळे, म्हानें भी बतलाओ जरा।
पांगळिया ने नाचतो देख्यो, श्याम धणी के बारणे, अरजी बोल रह्यो थो गुंगो, सांवरिया के कान में, बात अगर झूठी लागे तो, थे भी जाकर आओ जरा, काई काई देख्यो श्याम के मेळे, म्हानें भी बतलाओ जरा।
काई काई देख्यो श्याम के मेले,
म्हानें भी बतलाओ जरा, कैसो लाग्यों श्याम हमारो, म्हाने भी समझाओ जरा, काईं काईं बोलूं काई काई देख्यो, थे भी देखण जाओ जरा, माथे टेक के आया म्हे तो, थे भी टेक के आओ जरा, काई काई देख्यो श्याम के मेळे, म्हानें भी बतलाओ जरा।