अँधेरी दुनियां भजन बिना कैसे तरियो लिरिक्स Andheri Duniya Bhajan Lyrics

अँधेरी दुनियां भजन बिना कैसे तरियो लिरिक्स Andheri Duniya Bhajan Lyrics, Andheri Duniya Bhajan Bina kaise Tariyo Bhajan by Satish Dehra, Hemant Chauhan

भजन बिना भव सागरे,
करहुं ना बेड़ो पार,
नाचवंत यह देखो,
भजन एक आधार।

भजन बिना कैसे तरियो,
ओ, भजन बिना कैसे तरियो,
रे अँधेरी दुनियां,
भजन बिना कैसे तरियो।
अँधेरी दुनियां,
भजन बिना कैसे तरियो।

पहाड़ फोड़ कर,
पत्थर मंगायो,
उसी की मूर्ति घड़ियों,
उसी के ऊपर पाँव धरके,
उसी की पूजा करियो,
अँधेरी दुनियां,
भजन बिना कैसे तरियो।

सवा सेर की,
पूरी पकाई,
देवी को चढ़वाइयो,
देवी बिचारी खावे ना पीवै,
आपही हिल मिल खावे,
अँधेरी दुनियां,
भजन बिना कैसे तरियो।

मिटटी का एक नाग बनाया,
उसी की पूजा करियो,
सच्चा नाग जब घर में निकला,
ले लाठी धमकईयो,
अँधेरी दुनियां,
भजन बिना कैसे तरियो।

जीते बाप को रोटी ना देवे,
मरियल को पछतईयो,
कहत कबीर सुनों साधू,
हाड गंग ले जइयो,
अँधेरी दुनियां,
भजन बिना कैसे तरियो।

भजन बिना कैसे तरियो,
ओ, भजन बिना कैसे तरियो,
रे अँधेरी दुनियां,
भजन बिना कैसे तरियो।
अँधेरी दुनियां,
भजन बिना कैसे तरियो।


भजन श्रेणी : विविध भजन/ सोंग लिरिक्स हिंदी Bhajan/ Song Lyrics



Andheri Duniya Bhajan Bina | Hindi | Hemant Chauhan | Chetawani Bhajan | Satya | Kabir Bhajan

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