ऐकला मत छोड़ जो बिणजारा लिरिक्स Ekala Mat Chhod Jo Banjara Lyrics

ऐकला मत छोड़ जो बिणजारा लिरिक्स Ekala Mat Chhod Jo Banjara Lyrics, Kabir Bhajan by Shri Nand Lal Bhat, Traditional Kabir Bhajan

मानव जीवन के लिए कबीर साहेब का सन्देश है की मानव जीवन हम सभी को मिला है. लेकिन गुरु के सानिध्य में आकर, ज्ञान की प्राप्ति पाकर ही हम मानव जीवन के उद्देश्य और इसके महत्त्व को समझ सकते हैं. बिना ज्ञान के यह संभव नहीं है. चतुर और ग्यानी व्यक्ति हँस की भाँती मोती चुगते हैं, मानव जीवन में हरी के नाम का सुमिरन करते हैं, वहीँ काग रूपी व्यक्ति नरक को, (मल प्रदार्थ) को चुनता है. 
अच्छी और बुरी वस्तुएं दोनों ही उपलब्ध हैं लेकिन ज्ञान के अभाव में जीवात्मा सांसारिकता में पड़ी रह जाती है, मानव जीवन हीरे के समान है, बिरला ही इसकी पहचान कर सकता है. यह संसार हमारा स्थाई घर नहीं है, दूर देस का मामला है जो बहुत ही जटिल है. साहिब (इश्वर ) ने सभी वस्तुएं हमें दी हैं जिनके माध्यम से हम अपने जीवन को सफल बना सकते हैं .

हंस काग की परख को,
सतगुरू दई है बताय ।
हंसा तो मोती चुगे,
काग नरक पर जाई,
परदेशाँ खोजन गया,
घर हीरा की खान,
काँच मणि का पारखी,
वो क्या करे पहचान।
हीरा पड़ा बाजार में,
रहा छार लिपटाय,
कितने ही मूरख पचि गए,
कोई बिरला ले गया उठाय।

एकला मत छोड़ जो, बणजारा रे,
बणजारा रे
परदेश का है मामला,
टेड़ा घणा, हो प्यारा रै,
एकला मत छोड़ जो, बणजारा रे,
बणजारा रे।


अपणा साहेब जी ने बंगलो बणायो,
बणजारा रे, बणजारा रे,
ऊपर राखियां झरोखा ,
झांक्या करो प्यारा रे,
एकला मत छोड़ जो, बणजारा रे,
बणजारा रे।

अपणा साहेब जीने बाग लगायो,
बणजारा रे, बणजारा रे,
अरे फूलां भरी है छाबड़ी,
पोया करो प्यारा रे,
एकला मत छोड़ जो, बणजारा रे,
बणजारा रे।

अपणा साहेबजी ने कुवलो खणायो (खुदायो),
बणजारा रे, बणजारा रे,
गहरा भरिया नीर वा,
न्हाया करो प्यारा रे,
एकला मत छोड़ जो, बणजारा रे,
बणजारा रे।

कहे कबीर धर्मदास से,
बणजारा रे, बणजारा रे,
सत अमरापुर पावीया,
सौदागिर प्यारा रे,
एकला मत छोड़ जो, बणजारा रे,
बणजारा रे।


भजन श्रेणी : कबीर भजन (Read More : Kabir Bhajan)

कबीर भजन !! ऐकला मत छोड़ जो बिणजारा #Singer- Nand Lal Bhat #Live गंगरार #SCMStudio

Hans Kaag Ki Parakh Ko,
Sataguru Dai Hai Bataay .
Hansa To Moti Chuge,
Kaag Narak Par Jai,
Paradeshaan Khojan Gaya,
Ghar Hira Ki Khaan,
Kaanch Mani Ka Paarakhi,
Vo Kya Kare Pahachaan.
Hira Pada Baajaar Mein,
Raha Chhaar Lipataay,
Kitane Hi Murakh Pachi Gae,
Koi Birala Le Gaya Uthaay.

Ekala Mat Chhod Jo, Banajaara Re,
Banajaara Re
Paradesh Ka Hai Maamala,
Teda Ghana, Ho Pyaara Rai,
Ekala Mat Chhod Jo, Banajaara Re,
Banajaara Re.

Apana Saaheb Ji Ne Bangalo Banaayo,
Banajaara Re, Banajaara Re,
upar Raakhiyaan Jharokha ,
Jhaankya Karo Pyaara Re,
Ekala Mat Chhod Jo, Banajaara Re,
Banajaara Re.

Apana Saaheb Jine Baag Lagaayo,
Banajaara Re, Banajaara Re,
Are Phulaan Bhari Hai Chhaabadi,
Poya Karo Pyaara Re,
Ekala Mat Chhod Jo, Banajaara Re,
Banajaara Re.

Apana Saahebaji Ne Kuvalo Khanaayo (Khudaayo),
Banajaara Re, Banajaara Re,
Gahara Bhariya Nir Va,
Nhaaya Karo Pyaara Re,
Ekala Mat Chhod Jo, Banajaara Re,
Banajaara Re.

Kahe Kabir Dharmadaas Se,
Banajaara Re, Banajaara Re,
Sat Amaraapur Paaviya,
Saudaagir Pyaara Re,
Ekala Mat Chhod Jo, Banajaara Re,
Banajaara Re.

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